>>: Digest for September 22, 2021

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Table of Contents

भोपाल. मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती दो दिन पहले अफसरशाही पर दिए विवादित बयान की सफाई देते समय एक और बयान देकर सुर्खियों में आ गई हैं। इस बार उनके निशाने पर प्रदेश सरकार में बैठे बीजेपी नेता हैं। उमा भारती ने कुछ नेताओं को निकम्मा करार दे दिया।

दरअसल उमा भारती का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें वह अफसरशाही को चप्पल उठाने वाली कह रही हैं। वीडियो वायरल होने के बाद उमा भारती को सफाई देनी पड़ी। सफाई देते समय वह एक बार पिर विवादित बयान दे बैठी। इस बार उनके निशाने पर बीजेपी के ही सत्तासीन नेता थे। उमा के बयान के बाद प्रदेश की राजनीति फिर से गरमा गई है।

इसलिए कहा निकम्मा
उमा भारती ने अफसरशाही पर सफाई देते हुए कहा कि हम नेताओं में से कुछ सत्ता में बैठे निकम्मे नेता अपने निकम्मेपन से बचने के लिए ब्यूरोक्रेसी की आड़ ले लेते हैं। वह जनता के सामने दिखाने की कोशिश करते हैं कि हम तो बहुत अच्छे हैं लेकिन ब्यूरोक्रेसी हमारे अच्छे काम नहीं होने देती।

इस बयान पर देनी पड़ी सफाई
उमा से आरक्षण के मुद्दे पर जब एक प्रतिनिधि मंडल मिलने पहुंचा था, तब ब्यूरोक्रेसी द्वारा घुमाने की आशंका पर उमा ने कहा कि गलतफहमी है आपकी। ये ब्यूरोक्रेसी कुछ नहीं होती, चप्पल उठाने वाली होती है। चप्पल उठाती है हमारी। आपको क्‍या लगता है कि ब्यूरोक्रेसी नेता को घुमाती है। पहले अकेले में बात होती है हमसे। फिर फाइल ब्यूरोक्रेसी घुमाकर लाती है। 11 साल केंद्रीय मंत्री और मुख्यमंत्री रही हूं।

मुरलीधर राव ने कहा था नालायक
प्रदेश भाजपा प्रभारी मुरलीधर राव ने कहा कि जो चार-चार और पांच-पांच बार से सांसद या विधायक है और फिर भी कहता है कि पार्टी ने मौका नहीं दिया। फिर से सांसद-विधायक बनना चाहता है। तो उससे बड़ा कोई नालायक नहीं। ऐसे लोगों को तो मौका मिलना भी नहीं चाहिए। पार्टी में नई लीडरशिप को उभरना और आगे आना जरूरी है।

भोपाल. रातीबड़ थाना इलाके में सोमवार को गणेश विसर्जन के दौरान एक युवक की पानी में डूबने से मौत हो गई। दोस्तों को काफी देर तक उसके डूबने का पता नहीं चला। उसके साथ गांव के कई अन्य लोग भी मौजूद थे, लेकिन किसी को भी उसके डूबने का पता नहीं चला। बाद में जब युवक नहीं मिला तब वापस जाकर उसकी तलाश की गई जिसके बाद तलाश करने पर शव बरामद हुआ।
पुलिस ने बताया कि, भानपुर केकडि़या निवासी दीपक दोहरे (20) पुत्र उमराव सिंह ने गांव में दोस्तों के साथ मिलकर गणेश जी की झांकी बैठाई थी। सोमवार सुबह लगभग ११ बजे सभी लोग झांकी विसर्जन के लिए गांव से से कुछ दूरी पर फतेहपुर डोबरा में पानी से भरे पोखर पर पहुंचे। दोपहर को विसर्जन के बाद सभी लोग घर भी पहुंचे गए, लेकिन दीपक नहीं दिखाई दिया। आखिर में सभी शक पोखर में डूबने पर गया तो वापस जाकर देखा। पानी के पास उसकी चप्पल दिखी। इसके बाद तलाशी शुरू करने पर पानी से शव बरामद हुआ। जिस स्थान पर यह दुर्घटना हुई, वहां विसर्जन स्थल नहीं बनाया गया था, इसलिए यहां पर किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं लगाई गई थी।

भोपाल. राजीव गांधी प्रोद्योगिकी विवि से संबद्ध सभी कॉलेज 20 सितंबर से खुलने थे। लेकिन इस न्त्‌त कह संबंध में बिबि 20 सितंबर को ही संबद्ध कॉलेजों को पत्र लिखा गया। विवि ने 4 लाख से अधिक विद्यार्थियों से जुड़े इस गंभीर मसले पर उदासीन रवैया अपना रखा था।

इस मामले को पत्रिका ने प्रमुखता से उठाया था हैरानी की बात यह थी कि प्रदेश में परंपप्गत कॉलेज खोल दिए गए, लेकिन इंजीनियरिंग के लिए कोई निर्णय नहीं'। इसके बाद आरजीपीबी के आनन फानन में सभी संबद्ध कॉलेज और पॉलिटेक्निक को पत्र लिखा।

खास बात है कि विश्वविद्यालय ने तकनीकी शिक्षा विभाग के जिस आदेश का हवाला दिया है बह 17 सितंबर को जारी हुआ है। ऐसे में मंगलवार से विद्यार्थियों के लिए संस्थान भी खुल सकेंगे। तकनीकी शिक्षा विभाग के आदेशानुसारा विवि और महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं के लिए वैक्सीनेशन कराना अनिवार्य होगा। बैक्सीनेटेड छात्र-छात्राएं ही भौतिक रूप से कक्षा में आ सकेंगे।

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अभिभावकों की सहमति भी जरूरी होगी। विद्यार्थियों की 50 प्रतिशत उपस्थिति से कॉलेज व पॉलिटेविनक खुल सकेंगे। एक क्लास में 30 से अधिक विद्यार्थी नहीं होंगे। संस्था प्रमुख स्थानीय अधोसंरचना के अनुसार निर्णय ले सकेंगे।

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इनको मिल सकेगी ऑनलाइन कार्य कीसुविधा
सभी शिक्षक, कर्मचारी व अधिकारियों की शतप्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य की गई है। लेकिन ऐसे अधिकारी कि एसे कर्मचारी जिनको चिकित्सकीय परामर्श के आदार पर वैक्सीनेशन की छूट है, इस संबंध में संस्था प्रमुख निर्णय कर ऑनलाइन कार्य करा सकेंगे। तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा कक्षाओं, लाइब्रेरी, हॉस्टल के साथ मेस की सुविधा शुरू करने की दे दी है।

आइसोलेशन करना होगा
विभाग ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं। कि कोरोना प्रटोकॉल का सख्ती से पालान किया जाएगा।विद्यार्थियों और कर्मचारियों में कोविड-19 के लक्षण के पाए पर आइसोलेशन की सुविधा रखनी होगी वही आरजीपीवी ने भी निर्देश दिए हैं कि विभाग द्वारा दिए गए आदेश व गाइडलाइन का अक्षरश: पालन करना होगा।

भोपाल. निरंजनी अखाड़ा के सचिव और अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध मौत के बाद संत समाज में रोष है. इस मामले में उनके शिष्य आनंद गिरि को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। अपने शिष्य आनंद गिरि से महंत नरेंद्र गिरि बहुत दुखी थे. हालांकि शिष्य से उनका काफी पुराना विवाद था लेकिन मध्यप्रदेश के उज्जैन में हुई एक घटना से इसे और हवा मिली और दोनों के संबंध काफी खराब हो गए थे।

बाघंबरी गद्दी संभाल रहे नरेंद्र गिरि के शिष्य आनंद ने उनपर 400 करोड़ रुपए में गद्दी की जमीन बेचने का आरोप लगाया था। इतना ही आनंद ने महंत नरेंद्र गिरी पर अखाड़े के सचिव की हत्या करवाने तक का आरोप भी लगाया था। हालांकि बाद में आनंद गिरि ने अपने गुरु से इन बयानों व आरोपों के लिए क्षमा मांग ली थी. वे बाकायदा स्वामी नरेंद्र गिरि के पैरों में गिर गए थे और माफी मांग ली थी।

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आनंद ने तब कहा था कि मैं अपने कृत्यों के लिए ईश्वर से भी माफी मांग रहा हूं। मेरे द्वारा स्वामीजी पर जो भी आरोप लगाए या बयान जारी किए गए उन्हें मैं वापस लेता हूं। इस माफीनामे के बाद महंत नरेंद्र गिरि ने शिष्य आनंद गिरि का माफ कर दिया और दोनों में समझौता भी हो गया था। महंत नरेंद्र गिरि ने भी आनंद पर लगाए गए आरोपों को वापस ले लिया था.

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गुरु—शिष्य का यह विवाद दरअसल उज्जैन में भडका था. आनंद गिरि उज्जैन सिंहस्थ में अपने परिवार को लेकर आ गए थे. इसका महंत नरेंद्र गिरि ने विरोध किया. उनका मानना था कि यह सन्यास की परंपरा के खिलाफ है. इसके अलावा उनका यह भी कहना था कि जिस क्षेत्र में सिंहस्थ लगता है, वह आवासीय नहीं होना चाहिए।

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आनंद गिरि राजस्थान के भीलवाडा के एक गांव के रहनेवाले हैं. उज्जैन सिंहस्थ में उन्होंने अपने माता—पिता सहित परिजनों को बुला लिया था. इस पर महंत नरेंद्र गिरि ने नाराजगी जताई. उन्होंने कहा कि माता—पिता का पूरा सम्मान किया जाना चाहिए पर अखाड़ा की परंपरा और मर्यादा सर्वोपरि है. इस घटना के बाद उन्होंने आनंद गिरि को निष्काषित कर दिया जिससे गुरु—शिष्य संबंधों में कटुता आ गई थी.

भोपाल। सरकारी तेल कंपनियों (Government Oil Companies) की ओर से आज लगातार 16वें दिन भी पेट्रोल-डीजल के दामों (Petrol and Diesel) में कोई बदलाव नहीं हुआ है। दो सप्ताह पहले पेट्रोल की कीमत 13 से 15 पैसे, तो वहीं डीजल की कीमत 14-15 पैसे घटी थी। लेकिन अब भी प्रमुख बड़े शहरों में पेट्रोल की कीमत 100 रुपये से ऊपर बनी हुई है।

जानिए क्या है भोपाल का रेट

आज 21 सितंबर को राजधानी भोपाल में पेट्रोल 109.63 रुपये लीटर और डीजल 97.43 रुपये लीटर के करीब बिक रहा है। आपको बता दें कि पेट्रोल के दाम करीब 20 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 100 रुपये के पार जा चुका है. जिसमें चार मेट्रो शहरों के अलावा तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, ओडिशा, जम्मू कश्मीर शामिल है।

Petrol and diesel prices: 14वें दिन पेट्रोल-डीजल की कीमतें स्थिर

जानिए बाकी राजधानियों का हाल

आज दिल्ली में पेट्रोल का दाम 101.19 रुपये जबकि डीजल का दाम 88.62 रुपये प्रति लीटर है। मुंबई में पेट्रोल की कीमत 107.26 रुपये व डीजल की कीमत 96.19 रुपये प्रति लीटर है। कोलकाता में पेट्रोल का दाम 101.62 रुपये जबकि डीजल का दाम 91.71 रुपये लीटर है। वहीं चेन्नई में भी पेट्रोल 98.96 रुपये लीटर है तो डीजल 93.26 रुपये लीटर है।

रोज सुबह 6 बजे कीमतों में होता है बदलाव

पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बदलाव रोजाना सुबह 6 बजे होता है। सुबह 6 बजे से ही नई दरें लागू हो जाती हैं। पेट्रोल व डीजल के दाम में एक्साइज ड्यूटी डीलर कमीशन और अन्य चीजें जोड़ने के बाद इसका दाम लगभग दोगुना हो जाता है। विदेशी मुद्रा दरों के साथ अंतर्राष्ट्रीय बाजार में क्रूड-र्व की क्या हैं, इस आधार पर रोज पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बदलाव होता है। कीमतें

जानिए आपके शहर में कितना है दाम

पेट्रोल-डीजल की कीमत आप एसएमएस के जरिए भी जान सकते हैं। इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, आपको RSP और अपने शहर का कोड लिखकर 9224992249 नंबर पर भेजना होगा। हर शहर का कोड अलग-अलग है, जो आपको आईओसीएल की वेबसाइट से मिल जाएगा।

भोपाल। राजधानी में फोन-पे के जरिए पेमेंट का फर्जी मैसेज भेजकर ज्वेलर्स को ठगने मामला सामने आया है। कोलार पुलिस ने जांच के बाद धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर लिया है। इस तरह के पहले भी। आधा दर्जन मामले राजधानी में आ चुके हैं, जिसका आरोपी फिलहाल जेल में बंद है। कोलार पुलिस के अनुसार दीपक सोनी पुत्र पत्रालाल सोनी (40) की ललिता नगर में ज्वेलर्स की दुकान है।

26 जून को उनकी दुकान पर एक युवक आया और अपना नाम शिवेश कुमार बताते हुए दुकान से 33,500 रुपए की सोने की बाली और अंगूठी खरीदी। जब पेमेंट करने की बारी आई तो जालसाज ने फोन से ज्वेलर्स के खाते में पेमेंट करने को कहा।

फरियादी ज्वेलर्स फोन-पे के जरिए पेमेंट लेने को तैयार हो गया। इसके बाद जालसाज ने एक मैसेज पेमेंट सक्सेसफुल होने का दिखाया और बाली व अंगूठी लेकर चला गया। देर रात फरियादी ने जब घर जाकर खाते का बैलेंस चेक किया तो 33500 रुपए का मैसेज तो मिला, लेकिन यह पेमेंट खाते में पहुंचा नहीं था। इसके बाद फरियादी ने आरोपी के मोबाइल नंबर पर संपर्क किया, लेकिन बात नहीं हुई। कुछ दिनों बाद फरियादी ने साइबर सेल में ठगी की शिकायत की थी।

जांच के बाद कोलार थाने में शिवेश के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज किया गया है। आरोपी मूलतः बिहार का रहने वाला है, कुछ सालों से भोपाल में रह रहा था। पुलिस ने उसकी कुंडली खंगाल सी है, जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

भोपाल. राजधानी में फोन-पे के जरिए पेमेंट का फर्जी मैसेज भेजकर ज्वेलर्स को ठगने का मामला सामने आया है। कोलार पुलिस ने जांच के बाद धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर लिया है। इस तरह के पहले भी आधा दर्जन मामले राजधानी में आ चुके हैं, जिसका आरोपी फिलहाल जेल में बंद है।
कोलार पुलिस के अनुसार दीपक सोनी पुत्र पन्नालाल सोनी (40) की ललिता नगर में ज्वेलर्स की दुकान है। 26 जून को उनकी दुकान पर एक युवक आया और अपना नाम शिवेश कुमार बताते हुए दुकान से 33,500 रुपए की सोने की बाली और अंगूठी खरीदी। जब पेमेंट करने की बारी आई, तो जालसाज ने फोन से ज्वेलर्स के खाते में पेमेंट करने को कहा। फरियादी ज्वेलर्स फोन-पे के जरिए पेमेंट लेने को तैयार हो गया। इसके बाद जालसाज ने एक मैसेज पेमेंट सक्सेसफुल होने का दिखाया और बाली व अंगूठी लेकर चला गया। देर रात फरियादी ने जब घर जाकर खाते का बैलेंस चेक किया तो 33500 रुपए का मैसेज तो मिला, लेकिन यह पेमेंट खाते में पहुंचा नहीं था। इसके बाद फरियादी ने आरोपी के मोबाइल नंबर पर संपर्क किया, लेकिन बात नहीं हुई। कुछ दिनों बाद फरियादी ने साइबर सेल में ठगी की शिकायत की थी। जांच के बाद कोलार थाने में शिवेश के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज किया गया है। आरोपी मूलत: बिहार का रहने वाला है, कुछ सालों से भोपाल में रह रहा था। पुलिस ने उसकी कुंडली खंगाल ली है, जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

भोपाल. बागमुगालिया में स्थित देशी शराब के अहाता संचालक से
गंदगी का चालान नहीं काटने और अहाते की साफ-सफाई के लिए रिश्वत की मांग कर रहे नगर निगम के दरोगा को लोकायुक्त पुलिस ने सोमवार को रंगे हाथों दबोच लिया। पुलिस ने बताया कि, अहाता संचालक दिनेश त्रिपाठी ने लोकायुक्त को 16 सितंबर को शिकायत की थी, कि नगर निगम दरोगा दीपक उससे अहाते में गंदगी होने का चालन ना काटने के एवज में पांच हजार रुपए की रिश्वत मांग रहा है।
इतना ही नहीं अहाते की साफ-सफाई के लिए चार हजार रुपए मासिक रिश्वत की मांग भी आरोपी दीपक बाथम कर रहा है। शिकायत का सत्यापन कराने पर वह सही पाई गई।इतना होने के बाद उसे पकड़ने का प्लान बनाया गया। इसके बाद सोमवार दोपहर पौने एक बजे दीपक बाथम को अहाता संचालक दिनेश त्रिपाठी से पांच हजार की रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त टीम ने रंगे हाथों पकड़ h लिया।

हिंदू शास्त्रों में भाद्रपद की पूर्णिमा से आश्विन (क्वांर) माह की अमावस्या तक का पितृपक्ष बताया गया है। पितृ पूजन सभी हिंदू घरों में किया जाता है।

दरअसल श्राद्ध पक्ष जिसे पितृ पक्ष भी कहा जाता है यह मुख्य रूप से 16 दिनों तक चलता है। वहीं कइ बार ये दिन घट या बड भी जाते हैं, जैसे की इस बार यानि 2021 में श्राद्ध 20 सितंबर से शुरू होकर 06 अक्टूबर तक यानि सामान्य रूप से देखा जाए तो 17 दिन तक रहेंगे, वहीं 26 सितंबर को श्राद्ध की कोई तिथि नहीं है,ऐसे में श्राद्ध तिथि व कार्य 16 दिन ही होंगे। इसके अलावा कई बार तिथि गलने की स्थिति में ये दिन कम भी हो जाते हैं, ऐसे में दो श्राद्ध एक ही दिन पड़ते हैं।

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IMAGE CREDIT: lali

पंडित केपी शर्मा का कहना है कि पुराणों के अनुसार व्यक्ति जन्म के साथ ही उस पर तीन प्रकार के ऋण (पितृ ऋण, देव ऋण और ऋषि ऋण) चढ़ जाते हैं। इनमें सर्वोपरि ऋण पितृ ऋण माना जाता है।

ऐसे में इससे मुक्त होने के लिए व्यक्ति को अपने घर के मृत बुजुर्गों का श्राद्ध करना अवश्य माना गया है। ऐसे करने से घर के मृत बुजुर्गों को पुत नामक नरक के कष्टों से मुक्ति मिलती है।

ऐसे समझें श्राद्ध...
पंडित शर्मा के अनुसार दरअसल पितरों की स्मृति में श्रद्धापूर्वक किया गया दान आदि कर्म ही श्राद्ध माना गया है। वहीं यह भी माना जाता है कि अपने पूर्वजों की स्मृति में भोजन दान के अलावा पौधा लगाना और उसकी देखभाल करते हुए उसे वृक्ष के रूप में ले जाना, किसी असहाय की मदद करना, किसी रोगी की जरूर के अनुसार आर्थिक या शारीरिक मदद करना, पुस्तक, वस्त्र आदि का दान करना भी श्राद्ध के तहत ही आते हैं।

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प्रत्येक माह की अमावस्या पितरों की दोपहर मानी जाती है। ऐसे में इस दिन दोपहर के समय ही भोजन करने का नियम होने और हर अमावस्या को पितरों की तिथि मानकर अन्न दान का नियम है।

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किसी भी मांगलिक कार्य के अवसर पर या ग्रहण काल, पूर्वजों की मृत्यु तिथि, तीर्थ यात्रा आदि में श्राद्ध करना कल्याण कारक माना जाता है। कन्या राशि में सूर्य के रहने के दौरान श्राद्ध या कन्या-गत या कनागत करने का नियम है।

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श्राद्ध का किसे है अधिकार?
पं. शर्मा के अनुसार श्राद्ध का पहला अधिकार सामान्य रूप से मृतक के बड़े पुत्र को होता है, लेकिन उसके न होना या यदि वह श्राद्ध कर्म न करे तो छोटा पुत्र श्राद्ध का अधिकारी होता है।

वहीं जब किसी परिवार में सभी पुत्र अलग-अलग रहते हों तो सभी को पितरों का श्राद्ध करना चाहिए। पुत्र न होने पर पौत्र या प्रपौत्र भी श्राद्ध करने का अधिकारी होता है। वहीं यदि किसी का पुत्र है ही नहीं तो भाई को श्राद्ध करने का अधिकार होता है।

महिलाओं को भी है अधिकार...
वहीं कुछ ग्रंथों में श्राद्ध करने का अधिकार महिलाओं को भी दिया गया है। जैसे यदि पुत्र ना हो तो भाई से पहले मृतक की पत्नी का श्राद्ध करने का अधिकार माना गया है।

इसी तरह विवाह ना होने या पत्नी और संतान ना होने की स्थिति में मृतक की माता और बहन को भी श्राद्ध का अधिकार दिया गया है। यदि पुत्र श्राद्ध कर्म ना कर सकें तो पुत्र वधु को भी श्राद्ध करने का अधिकार है।

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इनको भी है श्राद्ध का अधिकार
पुत्र के अलावा पौत्र और प्रपौत्र को भी अपने दादा-दादी, या परदादा और परदादी का श्राद्ध करने का अधिकार है, लेकिन ये ना हों तो भाई-भतीजे व उनके पुत्र भी श्राद्ध कर सकते हैं।

यदि ऐसा संबंधी ना हो तब पुत्री का पुत्र यानी दौहित्र भी श्राद्ध कर अपने पितरों का उद्धार करवा सकता है। इसी तरह बहन के पुत्र यानि भांजे को भी श्राद्ध का अधिकार दिया जा सकता है।

श्राद्ध के नियम...
पंडित शर्मा के अनुसार कोई भी किसी का भी श्राद्ध नहीं कर सकता, जैसे धन के मामले में खुद का लिया कर्ज स्वयं चुकाना होता है उसी प्रकार संतान को अपने पूर्वजों से मिली संतति का ऋण भी खुद ही चुकाना होता है।

श्राद्ध का वक्त...
जानकारों के अनुसार हमेशा दोपहर से पहले ही श्राद्ध को कर लेना चाहिए। शास्त्रों के मुताबिक संगव काल में श्राद्ध होता है। इसके तहत यदि पूरे दिन के पांच बराबर हिस्से कर लिए जाएं तो जो दूसरा हिस्सा आता है वहीं संगव काल कहलाता है। यानि सुबह के नाश्ते के समय से दोपहर के भोजन के समय तक सुविधानुसार श्राद्ध किया जा सकता है।

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भोपाल। थावरचंद गहलोत के राज्यसभा सदस्य के पद से इस्तीफे के बाद रिक्त हुई राज्यसभा सीट के लिए मंगलवार को केंद्रीय राज्य मंत्री एल मुरुगन ने अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है। भाजपा की ओर से केंद्रीय मंत्री एल मुरुगन को ध्य प्रदेश से राज्यसभा का उम्मीदवार चुना है। कांगे्रस पार्टी ने विधायकों के संख्या बल को देखते हुए राज्यसभा उपचुनाव के लिए अपना उम्मीदवार उतारने से इंकार कर दिया है। ऐसे में केंद्रीय राज्य मंत्री एल मुरुगन निर्विरोध राज्यसभा सदस्य बनना तय हो गया है।


मंगलवार को राजधानी भोपाल पहुंचे केंद्रीय राज्य मंत्री मुरुगन ने विधानसभा के प्रमुख सचिव एपी सिंह को नामांकन पत्र दिया। इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय राज्य मंत्री प्रहलाद पटेल, भाजपा के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा समेत भाजपा के कई बड़े छोटे नेता मौजूद थे।

 

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शिवराज ने कहा- प्रदेश को एक और कैंद्रीय मंत्री मिले

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एल मुरुगन का नामांकन पत्र जमा होने से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि, मुरुगन सत्ता और संगठन दोनों का अनुभव रखते हैं। वो कुशल संगठक भी हैं। उनके प्रदेश से राज्यसभा जाने से प्रदेश को एक और केंद्रीय मंत्री मिल गया है।

टूरिस्टों पर झपटा टाइगर, गुर्राते हुए गाड़ी पर पंजा मारा - देखें Video

भोपाल. आने वाले कुछ दिनों में ट्रेन से यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए एक जरुरी खबर है। रेलवे ट्रैक के दोहरीकरण के कार्य के चलते भोपाल से होकर गुजरने वाली 14 ट्रेनों को निरस्त कर दिया गया है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक उत्तर मध्य रेलवे, झांसी मंडल के झांसी-कानपुर सिंगल लाइन रेल खंड पर दोहरीकरण का काम चौंराह-पोखरयां-मलासा स्टेशनों पर किया जा रहा है। करीब 19.10 किलोमीटर रेल लाइन के दोहरीकरण के लिए नॉन इंटरलॉकिंग का काम होना है जिसके कारण इन ट्रेनों को निरस्त करने का निर्णय लिया गया है। ट्रेनों को निरस्त किए जाने के कारण करीब एक हफ्ते तक मुंबई, यूपी और हैदराबाद जाने वाले यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा।

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यात्रीगण कृपया ध्यान दें, ये ट्रेनें हुईं निरस्त

- 21 सितंबर को गाड़ी संख्या 05101 छपरा-एलटीटी एक्सप्रेस स्पेशल
- 21 एवं 28 सितंबर को गाड़ी संख्या 02597 गोरखपुर-सीएसएमटी एक्सप्रेस स्पेशल
- 21 एवं 26 सितंबर को गाड़ी संख्या 01073 एलटीटी-प्रतापगढ़ एक्सप्रेस स्पेशल
- 21, 22 और 28 सितंबर को गाड़ी संख्या 01074 प्रतापगढ़-एलटीटी एक्सप्रेस स्पेशल
- 21 और 28 सितंबर को सुल्तानपुर-लोकमान्य तिलक टर्मिनस एक्सप्रेस स्पेशल
- 22 एवं 29 सितंबर को गाड़ी संख्या 02598 सीएसएमटी-गोरखपुर एक्सप्रेस स्पेशल
- 23 सितंबर को गाड़ी संख्या 05102 एलटीटी-छपरा एक्सप्रेस स्पेशल
- 24 सितंबर को गाड़ी संख्या 02575 हैदराबाद-गोरखपुर एक्सप्रेस स्पेशल
- 24 सितंबर गाड़ी संख्या 09465 अहमदाबाद-दरभंगा एक्सप्रेस स्पेशल
- 25 सितंबर को गाड़ी संख्या 02121 एलटीटी-लखनऊ एक्सप्रेस स्पेशल
- 26 सितंबर को गाड़ी संख्या 02122 लखनऊ-एलटीटी एक्सप्रेस स्पेशल
- 26 सितंबर को गाड़ी संख्या 02143 लोकमान्य तिलक टर्मिनस-सुल्तानपुर एक्सप्रेस स्पेशल
- 26 सितंबर को गाड़ी संख्या 02576 गोरखपुर-हैदराबाद एक्सप्रेस स्पेशल
- 27 सितंबर को गाड़ी संख्या 09466 दरभंगा-अहमदाबाद एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन अपने प्रारंभिक स्टेशन से निरस्त रहेगी।

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भोपाल. कोरोना की दूसरी लहर के बाद लगातार संक्रमण के घटते मामलों के चलते अब रेसवे फिर से बंद की गई सुविधाओं को शुरू करने जा रहा है। एक बार फिर एसी कोच में पर्दे, चादर और कंबल देने की तैयारी की जा रही है। जिससे यात्रियों को सफर में ज्यादा सुविधा मिल सके।

देश में कोविड के प्रसार को रोकने के लिए रेलवे ने इन सुविधाओं में कटौती करते हुए कई ट्रेन बंद कर दी थी। वही स्पेशल ट्रेनों में कंबल, चादर तकिया सहित पर्दे भी हटा लिए गए थे जिससे संक्रमण को फलने से रोका जा सके।

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रेलवे के अधिकारियों की माने तो कुछ ही दिनों में ये सुविधाओं फिर बहाल की जा रही है। यात्रियों को एक अक्टूबर के बाद एसी कोच में फिर से पर्दे लगाए जाएंगे, साथ ही चादर, कंबल और तकिया भी मिलेंगे। अभी 40 जोड़ी ट्रेनों में एसी कोच में पर्दे, चादर, कंबल देने की तैयारी की जा रही है।

फिर टिकट में रियायत शुरू
पिछले साल से बंद पड़ी वरिष्ठ ननागरिक, छात्र, मीडियाकर्मियों सहित 22 श्रेणियों को फिर रियायत देने की तैयरी की जा रही है यह सुविधा अब अक्टूबर के महीने से शुरू की जा सकती है

बंद ट्रेन होगीं शुरू कर
भोपाल से चलने वाली भोपाल-दमोह राज्य रानी सुपर फास्ट ट्रेन, खजुराहो एक्सप्रेस, भोपाल-सिंगरोली एक्सप्रेस सहित बंद पड़ी कई वीकली ट्रेनों को शुरू किया जा रहा है। इसके साथ ही लगभग 50 एक्सप्रेस ट्रेनों में जनरल टिकट के साथ साथ एमएसटी से सफर करने वालों को भी अनुमति दी जाएगी।

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वही भोपाल के हबीबगंज स्टेशन पर आने-जाने वाले यात्रियों को बैटरी चलित कार की सुविधा मिलने जा रही है। यात्री बैटरी चलित कार प्लेटफार्म 1 व 5 की तरफ टिकट बुकिंग काउंटर के पास से ले सकेंगे। इसका किराया 10 से 20 रुपए के बीच रहने की संभावना है। हालांकि फाइनल रेट ट्रायल के बाद तय होने की बात अधिकारी कह रहे हैं।

बुजुर्गों को मिलेगी राहत
हबीबगंज रेलवे स्टेशन पर इस सुविधा के मिलने से बीमार, दिव्यांग व बुजुर्ग यात्रियों को अब परेशान नहीं होना पड़ेगा। अभी इन यात्रियों को व्हीलचेयर की मदद लेनी पड़ती है। यह काफी मुश्किल है क्‍योंकि स्टेशन के अंदर फिलहाल अंडरग्राउंड सब-वे से पहुंचना पड़ता है, जो काफी घुमावदार है। इसकी वजह से बीमार, दिव्यांग व बुजुर्ग यात्रियों को असुविधाएं होती हैं।

ज्योतिष के जानकारों के अनुसार भी ग्रहों में हो रहे परिवर्तनों का असर हर रोज सभी 12 राशियों पर होता है। इसी के कारण हर दिन प्रत्येक राशि का फलादेश बदल जाता है। और हर दिन ग्रहों की स्थिति के आधार पर आने वाला फलादेश ही दैनिक राशिफल कहलाता है। वहीं हर जातक की राशि कुंडली में मौजूद चंद्र की स्थिति पर निर्भर करती है।

आइये समझते हैं कि ज्योतिष चंदन श्यामनारायण व्यास के मुताबिक बुधवार wednesday, 22 सितंबर 2021 का दिन आपके लिए कैसा रहेगा?

Aaj Ka Rashifal
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Aries Daily Horoscope 22 September 2021 आज का मेष राशिफल
लंबे समय से चले आ रहे पारिवारिक विवाद का आज अंतिम दिन है। महत्वपूर्ण कार्य निपटाने में लगे रहेंगे। छात्रों के लिए मेहनत करने वाला समय है। ज्यादा घमंड से नुक्सान आप को ही है।

Taurus Daily Horoscope 22 September 2021 आज का वृषभ राशिफल
कार्यक्षमता में वृद्धि होगी। जीवन साथी का सहयोग मिलेगा। भूमि भवन क्रय करने में पूंजी लगानी पड़ सकती है। नौकरी की तलाश में भटकना पड़ेगा। आप केवल सोचे ही नहीं उसका क्रियांवयन भी करें।

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Gemini Daily Horoscope 22 September 2021 आज का मिथुन राशिफल
अपनी सोच को बदलें, लाभ होगा। मित्रों से मुलाकात मन प्रफुल्लित करेगी। शांति से फैसले ले जल्दबाजी में कोई भी कार्य न करें। क्या करूं क्या न करूं इसी स्थिति से आप गुजर रहे हैं। वाहन क्रय करने का मन बना रहे है।

Cancer Daily Horoscope 22 September 2021 आज का कर्क राशिफल
समय कम है काम ज्यादा, अत: मन लगा कर अपने कार्य में लग जाएं, सफलता मिलेगी। मनचाहा जीवन साथी मिलने से मन प्रसन्न होगा। दूसरों के लिए बुरा न सोचें। अपने आहार पर नियंत्रण रखें। पेट संबंधित रोग संभव।

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Leo Daily Horoscope 22 September 2021 आज का सिंह राशिफल
आजीविका के स्त्रोत में वृद्दि के आसार हैं। पूराने निवेश से लाभ होगा। समय बर्बाद न करें। दूसरों की सीख में अपना नुक्सान कर बैठेंगे। शांति से विचार करके ही कोई निर्णय लें।

Virgo Daily Horoscope 22 September 2021 आज का कन्या राशिफल
उन्नति के पथ पर अग्रसर रहेंगे। अधिकारी वर्ग के लिए समय उत्तम है। दान पुण्य से मन को शांति मिलेगी। कार्य की अधिकता के कारण जरुरी कार्य पूरे नहीं हो सकेंगे।

Libra Daily Horoscope 22 September 2021 आज का तुला राशिफल
अपने वाक्य चातुर से कार्य बना लेंगे। व्यापार व्यवसाय में यश कीर्ति की वृद्दि होगी। यात्रा से लाभ संभव है। खेल जगत से जुड़े जातकों के लिए समय श्रेष्ठ है। उचित होगा कि समय पर कार्य करना सीखें।

Scorpio Daily Horoscope 22 September 2021 आज का वृश्चिक राशिफल
वर्तमान समय शुभ फल देने वाला है। अपनी वाणी पर नियंत्रण रखें अन्यथा बने काम बिगड़ सकते हैं। इष्ट आराधना सहायक होगी। अपनी सोच को बदलें न की दूसरों को बदलने की कोशिश करे। क्रोध पर नियंत्रण रखें।

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Sagittarius Daily Horoscope 22 September 2021 आज का धनु राशिफल
पूंजी निवेश से लाभ संभव। राजकार्य से जुड़े जातकों के लिए समय मिश्रित फलदायी रहेगा। आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। संतान के विवाह की चिंता रहेगी। अपने अधिकारों का गलत प्रयोग न करें, अन्यथा नुक्सान हो सकता है।

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Capricorn Daily Horoscope 22 September 2021 आज का मकर राशिफल
व्यापार विस्तार की योजना सफल होगी। खाद्य पदार्थ से जुड़े जातकों के लिए समय अति श्रेष्ठ है। समय रहते पूंजी निवेश कर दें। स्वस्थ रहें मस्त रहें। व्यर्थ चिंता छोड़ दें। शत्रु वर्ग सक्रीय होगा।

Aquarius Daily Horoscope 22 September 2021 आज का कुंभ राशिफल
आप के व्यवहार से सहकर्मी खुश होंगे। जीवन में नई उड़ान भरने का समय आ गया है, इसका लाभ लें। परिजनों से भेंट होगी। अनायास खर्च हो सकता है। सामाजिक कार्यक्रमों में भाग ले सकेंगे।

Pisces Daily Horoscope 22 September 2021 आज का मीन राशिफल
धनकोष में वृद्धि होगी। अपने कॅरियर के प्रति गंभीर निर्णय लें। आध्यात्मिक बल से लाभ होगा। आत्म विश्वास की कमी के कारण गलत फैसले ले सकते है। मन में कई दुविधाए चल रही है।

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भोपाल। राजधानी में डेंगू के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। सोमवार को 7 डेंगू पॉजिटिव मरीज मिले। खास बात यह है कि इनमें चार बच्चे भी पॉजिटिव पाए गए हैं। हमीदिया रोड स्थित एक निजी अस्पताल में तीन बच्चे भर्ती हैं। जबकि चार डेंगू संक्रमित मरीज हमीदिया अस्पताल में भर्ती हैं।

सोमवार को एक महिला की जांच में चिकनगुनियां की पुष्टि हुई है। राजधानी में डेंगू पॉजिटिव मामलों की संख्या 283 पर पहुंच गई। जनवरी से अगस्त तक के आठ महीनों में राजधानी में 108 मरीज मिले थे। जबकि इस महीने के महज 20 दिनों में ही 175 डेंगू के मरीज बढ़ गए हैं। डेंगू की बढ़ती रफ्तार से स्वास्थ्य महकमा परेशान है।

ये भी जानें

- जनवरी से अगस्त 2021 तक- 108 मरीज

- एक से 20 सितंबर तक- 175 मरीज

- कुल डेंगू मरीज 283

जानिए क्या हैं डेंगू के लक्षण

-तेज बुखार
-ठंड लगना
-जोड़ों मांसपेशियों में दर्द
-आंखों के पीछे दर्द थकान ऐंठन
-त्वचा पर लाल चकत्ते
-मतली और उल्टी
-नाक से खून आना मसूड़ों से खून आना

डेंगू से बचाव के तरीके

- मच्छर भगाने वाले रिपेलेंट, क्रीम, कॉइल और स्प्रे का इस्तेमाल करें

-बाहर जाते समय, लंबी बाजू की शर्ट और लंबी पैंट पहनें

-खिड़की और दरवाजों को सुरक्षित करें या यदि आवश्यक हो तो मच्छरदानी का उपयोग करें

-पानी को अपने घर के पास इकट्ठा न होने दें

-कूलर प्लांटर्स, स्टोरेज और पालतू जानवरों के कटोरे में बार-बार पानी बदलते रहें

- किचन में खाद्य पदार्थों को ढंककर रखें

- बाहर का खाना न खाएं -अपने हाथों को 20 सेकंड के लिए नियमित रूप से धोएं। विशेष रूप से भोजन से पहले।

- छींकने या खांसने के दौरान अपना मुंह और नाक ढंक लें, हर कुछ घंटों में गर्म पानी पिएं।

भोपाल. पैट्रोल—डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं. आमजन इससे त्रस्त है और राहत की आस लगाए बैठा है. उपभोक्ता की उम्मीदों के उलट पैट्रोल—डीजल के दाम कम होने की बजाए बढ़ने की आशंका है. बुरी बात तो यह है कि यह बढ़ोत्तरी जल्द ही हो सकती है. पैट्रोलियम पदार्थों में यह संभावित मूल्यवृद्धि खासतौर पर मध्यप्रदेश में लोगों को बहुत भारी पड़ सकती है.

दरअसल कच्चे तेल के बाजार में अभी तेजी देखी जा रही है। 1 महीने पहले प्रति बैरल 69.03 डालर पर रहा कच्चा तेल बढ़ कर इस सप्ताह 75.34 डॉलर प्रति बैरल पर जा पहुंचा है। इस प्रकार एक माह में ही कच्चे तैल के दाम में 9 प्रतिशत बढ़ोत्तरी हुई है। डब्ल्यूटीआई क्रूड के भी यही हाल हैं। पिछले सप्ताह के 69.98 डॉलर प्रति बैरल से इसके दाम इस सप्ताह 71.97 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गए.

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सोमवार को कच्चे तेल का बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 75 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गया है. कच्चे तैल के दाम बढना चिंता की बात है.देश में पहले से पेट्रोल और डीजल 100 रुपए प्रति लीटर का लेवल पार कर चुका है। ऐसे में अगर कच्चा तेल और महंगा होता है तो आने वाले दिनों में पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ना तय है. सबसे बुरी बात तो यह है कि यह मूल्यवृद्धि इस बार कुछ पैसों की नहीं होगी.

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इस बार दामों में खासी वृद्धि होने की आशंका है. अब दामों में 2 से 3 रुपए तक की बढ़ोतरी हो सकती है। यह मूल्यवृद्धि मध्यप्रदेश वासियों को खासी भारी पड़ेगी. टैक्स ज्यादा होने से यहां पैट्रोल और डीजल के दाम दिल्ली, मुंबई और जयपुर जैसे महानगरों से भी ज्यादा बने रहते हैं. वर्तमान में राजधानी भोपाल में पैट्रोल की कीमत 109.63 और डीजल के दाम 97.76 रुपए प्रति लीटर बनी हुई है. अब दामों में वृद्धि से आमजन और परेशान हो सकता है.

भोपाल. मध्य प्रदेश में एक साथ 3 वेदर सिस्टम एक्टिव होने से एक बार फिर तेज बारिश का सिलसिला शुरु होने जा रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, गुजरात, राजस्थान से लगे संभागों के जिलों में इस सिस्टम का अधिक प्रभाव दिखाई देगा। मंगलवार को उज्जैन, इंदौर, होशंगाबाद एवं जबलपुर संभागों के जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है।


मौसम विभाग की ओर से मंगलावर को 13 जिलों में भारी बारिश और अन्य संभागों के जिलों में रिमझिम बारिश का अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा 5 संभागों के अंतर्गत आने वाले 6 जिलों में आकाशीय बिजली गिरने की भी संभावना जताई गई है। इन इलाकों में बिजली चमकने का अलर्ट जारी किया गया है।

 

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इन 13 जिलों के लिये जारी हुआ बारी बारिश का अलर्ट

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मौसम विभाग द्वारा जारी वेदर रिपोर्ट के अनुसार, आगामी 24 घंटों के दौरान प्रदेश के होशंगाबाद, बैतूल, हरदा, झाबुआ, अलीराजपुर,बड़वानी, धार, भिंड़, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, शहडोल और उमरिया जिले में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा, प्रदेश के शहडोल, होशंगाबाद, जबलपुर, ग्वालियर और चंबल संभागों के साथ बड़वानी, झाबुआ, धार, अलीराजपुर, पन्ना, दमोह में बिजली गिरने और चमकने और गरज चमक के साथ बौछारें पड़ने का येलो अलर्ट जारी किया गया है।

 

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इन जिलों में भी भारिश की संभावना

इसके साथ ही जारी रिपोर्ट में मध्य प्रदेश के उज्जैन, इंदौर, होशंगाबाद एवं जबलपुर संभागों के जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश होने की संभावना भी जाहिर की गई है। इधर, 25 सितंबर काे भी बंगाल की खाड़ी में एक नया कम दबाव का क्षेत्र बनने जा रहा है, जिसके प्रभाव से सितंबर माह के अंत तक मूसलाधार का सिलसिला जारी रहेगा।


24 घंटों में कहां कितनी बारिश?

जारी रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 24 घंटों के दौरान मध्य प्रदेश के मलाजखंड में 79.7, खंडवा में 59, मंडला में 56.3, पचमढ़ी में 33, इंदौर में 10.2, जबलपुर में 8.4, उज्जैन में 7.8, रतलाम में 5, उमरिया में 3.8, छिंदवाड़ा में 2.2, दमोह में 2, शाजापुर में 2, बैतूल में दो, खरगोन में 1 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है।

 

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Shani Dev Shani Sade Sati 2021: न्याय के देवता शनि को ज्योतिष शास्त्र में क्रूर माना जाता है। इनके दंड के विधान के चलते सभी इनसे डरते हैं। ऐसे में एक बार फिर शनि अपनी चाल बदलकर जहां एक ओर कुछ राशियों को राहत देने का कार्य करने वाले हैं। वहीं कुछ राशियों की मुसीबत में इजाफा कर सकते हैं।

दरअसल शनि मकर राशि में साल 2020 से होने के बाद 23 मई 2021 से इस राशि में वक्री चाल से चल रहे हैं। जिसके चलते जहां एक ओर वह लगातार कोरोना के संक्रमण में मदद करते हुए दिख रहे हैं।

Shanidev - signs of kindness of Lord Shani
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वहीं उनकी ये उल्टी चाल कई राशियों के लिए खास परेशानी का कारण बनी हुई है। करीब पांच माह तक वक्री चाल चलने के बाद अब 11 अक्टूबर 2021 को सुबह आठ बजे से शनि पुन: मार्गी होने जा रहे हैं।

ज्योतिष के जानकार एके शुक्ला के मुताबिक शनि की उल्टी यानि वक्री चाल के कारण से जिन राशि के जातकों पर शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या चलती है, ऐसे जातकों को कई तरह की समस्याओं से दो-चार होना पडता है। ऐसे में अब 2022 यानि अगले साल शनि 29 अप्रैल 2022 को राशि बदलते हुए मकर राशि को छोड़कर कुंभ राशि में चले जाएंगे।

इसका सबसे खास असर ये होगा कि धनु राशि से शनि की साढ़ेसाती हटने के साथ ही इस राशि वालों के लिए अच्छा समय शुरु हो सकता है, वहीं दूसरी ओर धनु राशि से हटने के साथ ही शनि मीन राशि को अपनी चपेट में लेते हुए शनि की साढ़ेसाती का पहला चरण शुरू कर देंगे।

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कोरोना पर असर: वहीं शनि के वक्री से मार्गी होने का असर कोरोना पर होता हुआ भी देखने को मिलेगा, जिसके बाद 30 अक्टूबर से कोरोना का प्रभाव काफी कम होने का अनुमान है। लेकिन इस बीच शुक्र के बदलाव के कारण 2 अक्टूबर 2021 से करीब 17 अक्टूबर 2021 के बीच में कोरोना का काफी घातक रूप देखने को मिल सकता है, जो पूरे अक्टूबर 2021 में असर दिखाएगा। इसके बाद कोरोना का कुछ प्रभाव 26 दिसंबर 2021 के आसपास से पुन: दिखना शुरु हो सकता है।

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इन्हें होगा लाभ तो इनकी बढ़ेगी मुसीबत
एक राशि में करीब ढाई वर्षों तक रहने के बाद शनि दूसरी राशि में जाते हैं। जिसका असर सभी राशियों पर पड़ता है। ऐसे में शनि के मार्गी होने से धनु, मकर और कुंभ राशि के जातकों की परेशानियों में कमी आने के साथ ही लाभ में वृद्धि होगी।

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साथ ही इसके प्रभाव से मिथुन और तुला राशि के जातकों के ऊपर अभी जो शनि की ढैय्या चढ़ी है, इससे भी उनको राहत मिलने की उम्मीद है। शनि के वक्री से मार्गी होने के असर के तहत मेष, कर्क, कन्या, मकर और कुंभ राशि के जातकों को राहत के साथ लाभ मिलने की उम्मीद है। जबकि वृषभ,सिंह, वृश्चिक व मीन राशि वालों के लिए ये समय खास संभल कर रहने वाला रहेगा।

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भोपाल. भोपाल के कोहेफिजा थाने के पास मंगलवार की शाम एक युवक टावर पर चढ़ गया और जमकर हंगामा किया। हाथ पर तिरंगा लिए करीब 400 फीट ऊंचे टावर पर चढ़े युवक को देख लोग हैरान रह गए और जहां से वहीं ठहर गए। पुलिस को जानकारी लगी तो पुलिस भी मौके पर पहुंची और युवक से बात कर उसे समझाने के प्रयास किए लेकिन युवक की मांगें सुनकर पुलिस भी हैरान रह गई। युवक को जो मांगें कर रहा था उन्हें पूरा करना पुलिस के बस में भी नहीं था। इतना ही नहीं युवक अपने साथ अपनी मांगों के पर्चे भी लेकर आया था जिन्हें उसने टावर से फेंका।

 

अजीब मांगों को लेकर टावर पर चढ़ा युवक
कोहेफिजा थाने के पास बीएसएनएल एक्सचेंज के टावर पर मंगलवार को एक युवक चढ़ गया और जमकर हंगामा किया। टावर पर चढ़ने वाले युवक का नाम अर्जुन जज्बाल बताया जा रहा है। युवक हाथ में तिरंगा लिए हुआ था और अपनी मांगों के पर्चे भी उसने छपवाए थे । इन पर्चों को युवक ने टावर से फेंका। काफी देर तक युवक टावर पर चढ़कर हंगामा करता रहा जिसके कारण सड़क पर जाम के हालात भी बने। युवक के टावर पर चढ़ने की जानकारी लगते ही शाहजहांनाबाद थाना प्रभारी जहीर खान भी मौके पर पहुंचे और युवक को समझाने की कोशिश की। बाद में जब युवक नहीं माना तो टीआई जहीर खान खुद युवक से बात करने के लिए टावर पर चढ़े।

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युवक की अजीब मांगें
जिन अजीब मांगों को लेकर युवक टावर पर चढ़ा था वो कुछ इस प्रकार हैं-
- अयोध्या बाजार मेन चौराहे पंचमुखी हनुमान मंदिर के ठीक सामने जो दारू की कलारी है उसे तुरंत हटाया जाए।
- नगर निगम में काम करने वाले मजदूरों को पक्का किया जाए और उनका वेतन 20-25 हजार किया जाए।
- मजदूर चाहे कोई भी हो, कारपेंटर, पंलंबर, मिस्त्री, पेंटर इत्यादि सभी की मजदूरी प्रतिदिन 1 हजार रुपए की जाए।
- भोपाल गैस कांड के पीड़ितों को उनका पैसा तुरंत दिया जाए।
- किसानों को समय समय पर मदद राशि और खाद्य बीज समय पर उपलब्ध कराई जाए।
- बॉलीवुड फिल्मों की शूटिंग एवं दारू बंद हो तो हिंदुस्तान से अपराध खत्म।
- मासूमों के साथ अपराध करने वालों और आतंकवादियों को तुरंत मौत की सजा दी जाए।
- भोपाल में गुमटियों को स्थाई किया जाए।
- जबलपुर की जगह भोपाल में हाईकोर्ट होना चाहिए।
- देश में गरीबी और महंगाई से लड़ते हुए लोगों को जो रजिस्ट्री पर चार्ज लगाए जा रहे वो कम किए जाएं।
- मंत्री और विधायकों के बड़े-बड़े बंगलों को छोटा किया जाए।
- किसान विरोधी बिल वापस लिया जाए एवं किसान आंदोलन में मरे व्यक्तियों के परिजनों को सरकार मुआवजा दे।
- आशा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं संविदाकर्मियों को कलेक्ट्रेट के आधार पर नियमित किया जाए।
- कोरोना संकट में मृत लोगों के परिवारों को सरकार 4 लाख रुपए मुआवजा दे।
- बढ़ती हुई महंगाई डीजल-पेट्रोल एवं खाद्य सामग्री को सस्ता किया जाए।

देखें वीडियो-

भोपाल। मध्यप्रदेश राज्य सूचना आयोग ने बुरहानपुर के तत्कालीन सीएमएचओ डा. विक्रम सिंह के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। इसके साथ ही स्वास्थ्य आयुक्त आकाश त्रिपाठी को भी नोटिस जारी किया गया है। पिछले दो वर्ष्यों से सूचना आयोग के आदेशों की अवहेलना के मामले में राज्य सूचना आयुक्त ने यह कार्यवाही की है। इस फैसले को ऐतिहासिक बताया जा रहा है।

 

मध्यप्रदेश के राज्य सूचना आयुक्त राहुल सिंह ने यह गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। दिनेश सदाशिव सोनवाने ने बुरहानपुर के सीएमएचओ डॉ. विक्रम सिंह के पास अक्टूबर 2017 में आरटीआई नियमों के तहत आवेदन दिया था। सोनवाने ने स्वास्थ्य विभाग में वाहन चालकों की नियुक्ति और पदस्थापना संबंधित जानकारी मांगी गई थी। डॉ. सिंह की ओर से सोनवाने को कोई भी जवाब 30 दिन में नहीं दिया गया।

 

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राज्य सूचना आयुक्त की बड़ी कार्रवाई

सोनवाने ने जानकारी नहीं मिलने के बाद प्रथम अपील दायर की थी। इसके बाद प्रथम अपीलीय अधिकारी ने जानकारी देने के आदेश दिए थे। इसके बाद राज्य सूचना आयोग की ओर से डॉ. विक्रम सिंह को लगातार जवाब पेश करने के लिए समन जारी किया जाता रहा। 18 अक्टूबर 2019 से 10 फरवरी 2020 तक पांच समन भेजने के बावजूद डा. विक्रम सिंह न जवाब दे रहे थे और न ही हाजिर हो रहे थे। सूचना आयोग ने स्वास्थ्य विभाग के आयुक्त को भी डा. सिंह की उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए थे, लेकिन इस दौरान भी स्वास्थ्य विभाग लापरवाह बना रहा।

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जुर्माना भी लगा

सूचना आयोग ने 16 दिसंबर 2020 को सीएमएचओ डा. सिंह पर 25 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया और स्वास्थ्य आयुक्त को एक माह में जुर्माने की रकम जमा न होने पर डा. विक्रम सिंह के वेतन से काटकर जमा करने के लिए कहा था। 27 अगस्त को तक इस दौरान चार पत्र स्वास्थ्य विभाग को लिखे गए, लेकिन न राशि जमा हुई न ही आयोग के समक्ष डा. विक्रम सिंह की उपस्थिति सुनिश्चित हुई।

राज्य सूचना आयुक्त राहुल सिंह ने इसे मध्यप्रदेश आरटीआई फीस अपील नियम 8(6)(3), 2005 का उल्लंघन मानते हुए कहा कि आयोग के आदेश के बावजूद कार्यवाही न करने से उनकी नियत स्पष्ट झलकती है। आयुक्त ने अपने आदेश में कहा है कि अधिकारी की ओर से जानबूझकर आयोग के आदेश की अवहेलना की गई। इसके बाद राज्य सूचना आयुक्त राहुल सिंह ने तत्कालीन बुरहानपुर सीएमएचओ डा. विक्रम सिंह के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। पांच हजार रुपए का जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी करते हुए इसे इंदौर के डीआइजी को वारंट तामील कराने के भी आदेश दिए हैं।


राज्य सूचना आयुक्त राहुल सिंह ने कहा कि दोनों अधिकारियों का व्यवहार संसद द्वारा स्थापित पारदर्शी और जवाबदेह सुशासन सुनिश्चित करने वाले आरटीआइ कानून का मखौल उड़ाने वाला है। सिंह ने कहा कि RTI Act, संविधान के अनुच्छेद 19 (1) का भाग होने से हर भारतीय का मूल अधिकार है, पर इन अधिकारियों को आम जनता के मूल अधिकार और कायदे-कानून की भी परवाह नहीं है।

 

देश में पहली बार ट्विटर और वाट्सअप के जरिए प्रकरणों का निपटारा

आयुक्त सिंह ने इन दोनों अधिकारियों की कार्रवाई को आयोग के अपीलीय प्रक्रिया में बाधा पहुंचाने वाला बताया है। राज्य सूचना आयुक्त ने अपने आदेश में कहा कि आयोग इस तरह के RTI एक्ट के लगातार खुलेआम उल्लंघन को मूकदर्शक बनकर नहीं देख सकता है। अगर इस तरह के उल्लंघन को मान्य कर दिया जाए तो RTI कानून मजाक बनकर रह जाएगा।

 

RTI: पति मांग रहा था बीवी की छुट्टियों की जानकारी, आयोग ने कहा नहीं मिलेगी

 

क्या है नियम

राज्य सूचना आयुक्त सिंह के मुताबिक RTI एक्ट की धारा 7 (1) के तहत अगर 30 दिन के अंदर जानकारी नहीं मिलती है तो धारा 20 के तहत 250 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से अधिकतम 25 हजार रुपए तक का जुर्माना लगाया जाता है। दोषी अधिकारी को 1 महीने का समय जुर्माने की राशि आयोग में जमा करने के लिए दिया जाता है।

इसके बाद मध्यप्रदेश फीस अपील नियम 2005 में नियम 8 (6) (3) के तहत आयोग दोषी अधिकारी के कंट्रोलिंग अधिकारी को जुर्माने की राशि को वसूलने और साथ में दोषी अधिकारी के खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई के निर्देश देता है। नियम के अनुसार आयोग का आदेश मानना संबंधित कंट्रोलिंग अधिकारी के लिए जरूरी होता है। सिंह ने बताया कि नियम के मुताबिक आयोग जुर्माने की राशि को वसूलने के लिए सिविल कोर्ट की शक्तियों का उपयोग करता है।

 

RTI में बड़ा फैसला, परीक्षा की कॉपी जांचने वालों की जानकारी नहीं दे सकते

 

आयोग द्वारा गिरफ्तारी वारंट जारी

राज्य सूचना आयुक्त सिंह ने गिरफ्तारी वारंट जारी करते हुए DIG इंदौर डिवीजन को निर्देश दिए हैं कि आयोग के वारंट की तामील करा कर दोषी अधिकारी डॉ. सिंह को गिरफ्तार कर आयोग के समक्ष 11 अक्टूबर 2021 को दोपहर 12 बजे हाजिर करें। आयोग ने इस वारंट में कहा है कि अगर डॉ. विक्रम सिंह 5 हजार की जमानत देकर अपने आप को आयोग के समक्ष 11 अक्टूबर की पेशी में हाजिर होने के लिए तैयार है तो उनसे जमानत की राशि 5 हजार रुपये लेकर उन्हें आयोग के समक्ष हाजिर होने के लिए रिहा कर दिया जाए।

RTI में बड़ी गड़बड़ी उजागर, सूचना मांगने वालों को थमा दिया जाता था कोरा कागज

jitendra.chourasiya@भोपाल। भूमाफिया के खिलाफ प्रदेश सरकार ने मोर्चा खोल रखा है। बीते छह महीने में प्रदेश में दो हजार से ज्यादा अवैध कब्जे ध्वस्त कर दिए गए हैं, जबकि 3839 एकड़ से ज्यादा जमीन भूमाफिया से मुक्त कराई गई है। शिवराज सरकार ने इन छह महीनों में तीन सौ करोड़ से ज्यादा की अवैध जमीन को भूमाफिया के चंगुल से छुड़ाया है। खास तौर पर भोपाल-इंदौर सहित बड़े शहरों में अवैध कब्जे व अतिक्रमण पर एक्शन लिया गया है। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सभी जिलों में प्राथमिकता से इस मुहिम को चलाने के लिए कहा है।
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शिवराज के तेवर सख्त-
बीते सोमवार को सीएम शिवराज सिंह चौहान ने वापस माफिया पर एक्शन के आदेश कलेक्टर-कमिश्नर को दिए हैं। इसके तहत भूमाफिया के खिलाफ भी एक्शन बढऩा है। इसके तहत नए सिरे से भूमाफिया को चिन्हित करके सूचियां बनाना तय किया गया है।
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यूं माफिया से छुड़ाई जमीन-
- 1360.57 एकड़ पुलिस ने मुक्त कराई
- 719.49 एकड़ राजस्व ने मुक्त कराई
- 1760.18 एकड़ पुलिस-राजस्व ने संयुक्त
- 3839.69 एकड़ कुल प्रदेश में मुक्त कराई
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यूं भूमाफिया के खिलाफ अपराध दर्ज-
- 273 प्रकरण पुलिस ने दर्ज किए
- 275 प्रकरण राजस्व ने दर्ज कराए
- 97 प्रकरण नगरीय निकायों ने दर्ज कराए
- 479 प्रकरण इनके संयुक्त दर्ज हुए
- 1034 प्रकरण कुल दर्ज किए प्रदेश में
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अवैध अतिक्रमण वालों के खिलाफ केस दर्ज-
- 108 केस अवैध कब्जा व गुंडागर्दी के पुलिस ने दर्ज किए
- 1277 केस अवैध कब्जा व गुंडागर्दी के राजस्व ने दर्ज किए
- 277 केस अवैध कब्जे व गुंडागर्दी के पुलिस-राजस्व के संयुक्त
- 1712 केस प्रदेश में अवैध कब्जे व गुंडागर्दी के दर्ज किए
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इतने अवैध अतिक्रमण तोड़े गए-
- 370 पुलिस ने तुड़वाएं
- 382 राजस्व ने तुड़वाएं
- 1650 संयुक्त रूप से तोड़े
- 2402 कुल तोड़े गए प्रदेश में
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भूमाफिया के खिलाफ प्रमुख एक्शन ऐसे
- उज्जैन में 2 हेक्टेयर सरकारी जमीन पर बनी 213 दुकानें तोड़ 107 करोड़ की जमीन मुक्त कराई।
- शहडोल में 52 प्रकरणो में 45.27 करोड की सरकारी जमीन माफिया से मुक्त कराई गई।
- सतना-चित्रकूट में कामतानाथ मंदिर के पास 8 करोड़ की 3.44 हेक्टेयर जमीन मुक्त कराई।
- देवास में भूमाफिया के अवैध कब्जे से 01 मकान व 02 बाडे कीमती 07 करोड मुक्त कराया गया।
- सिवनी में शासकीय भूमि पर मैरिज गार्डन को तोड कर 02 करोड 47 लाख की जमीन मुक्त कराई।
- सिंगरौली में 05.51 एकड सरकारी भूमि 04 करोड 27 लाख कीमत की मुक्त कराई गई।
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jitendra.chourasiya@ मध्यप्रदेश से राज्यसभा सीट के लिए केंद्रीय राज्यमंत्री व तमिलनाडू भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एल मुरूगन ने मंगलवार को नामांकन भर दिया। मुरूगन सुबह भोपाल आए। वे प्रदेश भाजपा कार्यालय पहुंचे, तो अनेक नेताओं को बुला लिया गया था। यहां सीएम शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, मंत्री नरोत्तम मिश्रा और भूपेंद्र सिंह सहित अनेक मंत्री व नेता इकठ्ठा हुए। भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री शिवप्रकाश भी मौजूद रहे। वहीं केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल भी मुरूगन के साथ ही भोपाल आए थे। विधानसभा में मुरूगन ने दर्जनभर से ज्यादा नेताओं के साथ पहुंचकर नामांकन दाखिल किया। इस मौके पर शिवराज ने कहा कि मध्यप्रदेश से एक केंद्रीय मंत्री और मुरूगन के रूप में बढ़ गया है। प्रदेश कार्यालय में नेताओं को सुबह करीब 9.30 बजे ही बुला लिया गया था। इसके तहत पहले नेताओं से मुरूगन का परिचय हुआ। इसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी पर आधारित प्रदर्शनी भी दिखाई गई। साथ ही प्रदेश कार्यालय में दीनदयाल उपाध्याय व अन्य महापुरूषों की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इसके बाद नेतागण नामांकन के लिए गए।
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आज उज्जैन में करेंगे भस्मारती-
मुरूगन बुधवार को उज्जैन में महाकाल मंदिर में भस्मारती में शिरकत करेंगे। इसके बाद दोपहर में भोपाल लौट आएंगे। इसके बाद 23 सितंबर तक भोपाल में रूकेंगे। 23 सितंबर को नामांकन फार्म की स्कू्रटनी है, जबकि 22 सितंबर तक नाम वापसी होना है। यदि 22 सितंबर तक कांग्रेस से कोई नामांकन नहीं भरा जाता है, तो मुरूगन निर्विरोध चुने जाएंगे।
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भोपाल : शासकीय सेवकों को उनके सेवाकाल में पात्रतानुसार पदोन्नति के अवसर पर उपलब्ध करवाने के साथ भविष्य में रणनीति के निर्धारण के लिये गठित मंत्री-समूह की बैठक गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा की अध्यक्षता में आज हुई। डॉ. मिश्रा ने कहा कि सभी पात्र लोगों को पदोन्नति का लाभ दिलाना है। उन्होंने कहा कि पदोन्नति के मार्ग में आने वाली उलझनों को सुलझाने के लिये सभी संबंधित पक्षों से चर्चा की जा रही है।

गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि बगैर पदोन्नति के सेवानिवृत्त होने वाले अधिकारी-कर्मचारियों की पीढ़ा को समझना होगा। उन्होंने सभी से चर्चा करते हुए अपेक्षा की है कि सभी पक्ष मिलकर इसका समुचित हल निकालेंगे, जिससे जल्द ही पदोन्नति का मार्ग प्रशस्त हो सकें। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि आगामी 23 सितम्बर सायंकाल 4:30 बजे पुन: मंत्रालय में बैठक होगी।

बैठक में स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एवं सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री इंदर सिंह परमार मौजूद रहें। बैठक में जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट और सहकारिता मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया ऑनलाइन शामिल हुए। बैठक में अजाक्स और सपाक्स के प्रतिनिधियों के साथ अपर मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन विनोद कुमार, प्रमुख सचिव वित्त मनोज गोविल, प्रमुख सचिव विधि गोपाल श्रीवास्तव और अधिकारी मौजूद रहें।

हिंदू धर्म में हमारे मृत पूर्वजों को पितर कहा जाता है। मान्यता के अनुसार इनका एक अलग लोक होता है, वहीं हर साल एक निश्चित समय के लिए पृथ्वी पर आकर अपनी भावी पीढ़ी को देख कर प्रसन्न या दुखी होते हैं। पितरों की इस दुनिया को लेकर लोगों में हमेशा उनके प्रति जिज्ञासा बनी रहती है।

हमारी ही पूरानी पीढ़ी होने के कारण जहां दोनों ओर अपनों को लेकर लगाव होता है, वहीं पृथ्वी में रहने वालों में इस समय सबसे बड़ी जिज्ञासा यही लेकर होती है कि कहीं वे यानि हमारे पितर हमसे नाराज तो नहीं हैं?

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साथ ही हर कोई ये भी जानना चाहता है कि यदि हमारे पितर हमसे नाराज हैं तो भी हम यह कैसे जान सकते हैं कि वे हमसे नाराज हैं और हैं तो क्यों? इसके अतिरिक्त हम उन्हें कैसे प्रसन्न कर सकते हैं?

इन बातों के संबंध में पंडित केपी शर्मा का कहना है कि दरअसल पितृ हमारे पूर्वज होने के कारण उनका ऋण हमारे ऊपर है, इसका कारण यह है कोई ना कोई उपकार उन्होंने हमारे जीवन के लिए अवश्य किया है। वहीं यदि पितृ लोक की बात करें तो धर्म शास्त्रों के अनुसार मनुष्य लोक से ऊपर पितृ लोक और उसके ऊपर सूर्य लोक और उससे भी ऊपर स्वर्ग लोक है।

पितृ दोष : पितरों क्यों होते है हमसे नाराज?
पितरों की नाराजगी का कारण आपके आचरण से, किसी परिजन द्वारा की गई गलती से, श्राद्ध आदि कर्म ना करने से, अंत्येष्टि कर्म आदि में हुई किसी त्रुटि सहित कई अन्य कारणों से भी हो सकता है। जिसके कारण हम या हमारे अपने पितृ दोष के भागी बन जाते हैं। पितृ दोष को एक अदृश्य बाधा के रूप में माना जाता है। जो पितरों के रुष्ट होने के कारण उत्पन्न होती है।

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पितृ दोष कैसे करता हैं परेशान...
पितृ दोष के संबंध में माना जाता है कि जिस व्यक्ति की कुंडली में पितृ दोष उत्पन्न हो जाता है वह मानसिक अवसाद,परिश्रम के अनुसार फल न मिलना,व्यापार में नुकसान, विवाह या वैवाहिक जीवन में समस्याएं, कॅरिअर में समस्याएं या यूं कहे कि व्यक्ति और उसके परिवार को जीवन के हर क्षेत्र में बाधाओं का सामना करना पड़ता है।

पितृ दोष होने पर अनुकूल ग्रहों की स्थिति, गोचर, दशाएं होने पर भी उनके शुभ फल नहीं मिल पाते। माना जाता है कि इस दौरान कितनी भी पूजा पाठ, देवी, देवताओं की अर्चना की जाए,उनका पूरा शुभ फल प्राप्त नहीं हो पाता।

लक्षण: जो बताते हैं कि पितर आपसे रुष्ट हैं

पितरों के रुष्ट होने के कुछ असामान्‍य लक्षण होते हैं, जो इस प्रकार माने गए हैं-

1. खाने में बाल : कई बार यदि खाना खाते समय आपके भोजन में से बाल निकलता है तो तुरंत सतर्क हो जाएं, क्योंकि इसे पितृदोष के लक्षण के रूप में माना जाता है। परिवार में कई बार किसी एक ही सदस्य के साथ ऐसा होता है कि उसके खाने में से बाल निकलता है।

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यह बाल कहां से आया इसका कुछ पता नहीं चलता। यहां तक कि उस व्यक्ति के रेस्टोरेंट आदि में जाने पर भी वहां उसके खाने में से बाल निकलता है। वहीं परिवार के लोग उसे ही दोषी मानते हुए उसका मजाक तक उडाते है।

2. दुर्गंध आना : कुछ लोगों के घर से दुर्गंध आती है, लेकिन कहां से आ रही है ये पता नहीं चलता। हफर कुछ समय बाद कई बार उन्हें इस दुर्गंध का पता चलना ही बंद हो जाता है, लेकिन बाहर के लोग उन्हें बताते हैं कि ऐसा हो रहा है, ऐसे में इस स्थिति को भी पितृदोष के लक्षण में माना गया है।

3. स्वप्न में बार बार पूर्वजों का आना : अपने सपने में लगातार अपने पूर्वजों को देखना, या सपने में आकर पूर्वजों का हमारी ओर कुछ इशारा करना भी पितृ दोष का ही लक्षण माना जाता है।

4. शुभ कार्य में अड़चन : आप कोई त्यौहार या कोई उत्सव मना रहे हैं कि तभी ऐसा कुछ घटित हो जिससे रंग में भंग वाली स्थिति बन जाए। तो ऐसे में खुशी का माहौल बदल जाता है। माना जाता है कि शुभ अवसर पर कुछ अशुभ घटित होना पितरों के असंतुष्ट होने का संकेत माना जाता है।

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IMAGE CREDIT: patrika

5. शुभ कार्य में अड़चन : आप कोई त्यौहार या कोई उत्सव मना रहे हैं कि तभी ऐसा कुछ घटित हो जिससे रंग में भंग वाली स्थिति बन जाए। तो ऐसे में खुशी का माहौल बदल जाता है। माना जाता है कि शुभ अवसर पर कुछ अशुभ घटित होना पितरों के असंतुष्ट होने का संकेत माना जाता है।

6. घर के किसी एक सदस्य का कुंवारा रह जाना : किसी परिवार में किसी व्यक्ति के काफी उम्र होने के बाद भी विवाह नहीं हो पाना अच्‍छा संकेत नहीं माना जाता है। उस घर में यदि किसी कुंवारे व्यक्ति की पहले मृत्यु हो चुकी है तो ऐसी स्थिति को भी पितृ दोष से जोड़कर देखा जाता है।

7. प्रॉपर्टी की खरीदने में परेशानी : कई बार एक बहुत अच्छी प्रॉपर्टी एक हिस्सा कई कोशिशों के बाद भी नहीं बिक नहीं पाता। कोई खरीदार मिलने पर भी बात नहीं बनती। यहां तक की अंतिम समय पर सौदा कैंसिल हो जाता है।

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इस तरह की स्थिति लंबे समय चलने पर यह मान लिया जाता है कि इसका कारण कोई ऐसी कोई अतृप्‍त आत्‍मा है जिसका इस भूमि या जमीन के टुकड़े से जुड़ाव रहा हो।

8. संतान ना होना : कई बार मेडिकल रिपोर्ट पूरी तरह से ठीक होने के बावजूद लोग संतान सुख से वंचित रह जाते है। भले ही आपके पूर्वजों का इससे संबंध होना जरूरी नहीं है लेकिन, ऐसा होना इस ओर भी इशारा करता है कि जो भूमि किसी निसंतान व्यक्ति से खरीदी गई हो वह भूमि अपने नए मालिक को संतानहीन बना देती है।

पितरों की शांति के 3 आसान उपाय
1- इसके उपायों के तहत षोडश पिंड दान,विष्णु मन्त्रों का जाप, सर्प पूजा, ब्राह्मण को गौ-दान सहित कन्या -दान, कुआं, बावड़ी, तालाब आदि बनवाना, मंदिर परिसर में पीपल, बड़(बरगद) आदि देव वृक्ष लगवाना आदि करना असैा प्रेत श्राप को दूर करने के लिए श्रीमद्द्भागवत का पाठ करना शामिल है।

2- वेदों और पुराणों में दिए गए पितरों की संतुष्टि के मंत्र, स्तोत्र और सूक्तों का नित्य पठन भी पितृ बाधा को शांत करते है। कई बार इनका समय की कमी या अन्य कारणों से नित्य पठन संभव नहीं हो पाता, ऐसे में इनका पाठ कम से कम हर माह की अमावस्या और आश्विन कृष्ण पक्ष अमावस्या यानि पितृपक्ष में अवश्य करना चाहिए। यहां ये भी जान लें कि कुंडली में जिस भी प्रकार का पितृ दोष है उस पितृ दोष के प्रकार के हिसाब से पितृदोष शांति करवाना चाहिए।

3- भगवान भोलेनाथ की तस्वीर या प्रतिमा के समक्ष बैठकर या घर में ही भगवान भोलेनाथ का ध्यान कर '' ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय च धीमहि तन्नो रुद्रः प्रचोदयात।'' मंत्र की एक माला का हर रोज एक निश्चित समय पर जाप करने से समस्त प्रकार के पितृ- दोष संकट बाधा आदि शांत हो जाते हैं, वहीं यह मंत्र शुभत्व भी प्रदान करता है।

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भोपाल. मिलावटखोरों पर शिकंजा कसने के लिए अभियान तो कई चले, लेकिन लीगल सैम्पल लेने में बरती गई लापरवाही से कई बार मिलावटखोर बच निकले। इससे उनके हौसले बुलंद होते गए। प्रदेश में पहली बार सटीक सैम्पलिंग के लिए अधिकारियों को मैजिक बॉक्स देकर मैदान में उतारा। उन्हें अत्याधुनिक मोबाइल लैब दी गईं, टीम को सैम्पल लेने के तरीके सिखाए तो पिछले अभियानों के मुकाबले इस बार मिलावटखोरी ज्यादा पकड़ में आई। राजधानी सहित प्रदेश में मात्र 10 माह में ही लिए गए 17931 सैम्पलों में से 3380 सैम्पल अवमानक पाए गए। अधिकारियों की मानें तो किसे अभियान में मिलावटखोरी पकड़े जाने का अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। सटीक सैम्पल लेने की वजह से रिजल्ट भी सही आया। इससे मिलावटखोरों में से 304 पर एफआईआर और 33 पर एनएसए लगा। अधिकारियों का मानना है कि मिलावटखोरों पर जुर्माने और एफआईआर से ही मिलावटखोरी रुकेगी और उन पर शिकंजा कसेगा। नवंबर 2020 से शुरू हुए इस अभियान में पहली बार सटीक सैम्पलिंग पर जोर दिया है। क्योंकि सैम्पल लेकर जांच कराने में एक सैम्पल पर करीब 5900 रुपए का खर्च होता है। अगर इसमें लापरवाही की गई तो सरकार का ये रुपया व्यर्थ जाता है।

एफएसएसएआई (भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्रधिकरण ) की तरफ से मप्र को करीब 12 हजार सैम्पल एक वर्ष में करने का लक्ष्य था। लेकिन मिलावटअभियान के तहत 10 माह में ही लक्ष्य से कहीं ज्यादा सैम्पलिंग प्रदेश में हुई है।

पहले एक माह में 600 अब 1700 सैम्पल

पूर्व के अभियानों में हर माह करीब 600 लीगल सैम्पल लिए जाते थे। लेकिन इस बार करीब 1700 सैम्पल प्रतिमाह लिए गए। इनकी जांच के लिए भोपाल स्थित राज्य स्तरीय लैब के अलावा, इंदौर स्थित निजी लैब से भी जांचें कराई गईं। इस अभियान में मोबाइल फूड लैब की मदद से करीब 1 लाख 47 हजार 760 सर्विलांस सैम्पल भी लिए गए। स्पॉट पर मैजिक बॉक्स से जांचा गया, इसमें शक होने पर लीगल सैम्पल जब्त कर लैब में भेजा गया।

मिलावट पर 7 प्रतिष्ठान तोड़े, 141 सील किए

इस अभियान में दूध, मावा, पनीर व अन्य दूध से बने खाद्य पदार्थों में भिंड, मुरैना, ग्वालियर, इंदौर, जबलपुर, भोपाल में सबसे ज्यादा असुरक्षित और अनसेफ सैम्पल मिले जो इंसानों के खाने योग्य नहीं थे। प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए 7 प्रतिष्ठानों को तोड़ा और 141 प्रतिष्ठानों को सील कर दिया। इसके बाद भी प्रदेश में मिलावटखोरी जारी है। जरा सोचिए इस अभियान से पहले आप क्या खा रहे थे।

अनसेफ पाए सैम्पलों में दर्ज एफआईआर--

मुरैना--33

इंदौर--28

जबलपुर--23

भिंड--20
ग्वालियर--17

भोपाल--10

प्रदेश में स्थिति
राज्स स्तरीय लैब और निजी लैब में जांचे गए सैम्पल--17921

फेल हुए सैम्पलों की संख्या--3380
- अवमानक--1478

- मिस ब्रांडेड--1441
- प्रतिबंधित--146

- एडल्ट्रेड--158
- असुरक्षित--157

- अर्थदंड लगाया गया--9.04 करोड़
- अर्थदंड की वसूली हुई--2.71 करोड़

- एफआईआर दर्ज की गईं--304
- एनएसए में कार्रवाई--33


भोपाल. नगर निगम जलकार्य शाखा में कार्यरत पीएचई के इंजीनियर जेडए खान अपने मूल विभाग जाने को तैयार ही नहीं है। करीब दो माह पहले ही निगम में इनकी नियुक्ति का समय खत्म हो गया था, लेकिन ये यहां बने रहे। अब शासन ने जुलाई 2023 तक भोपाल नगर निगम में ही इनकी पदस्थापना सुनिश्चित कर दी है। इसे लेकर अवर सचिव शिखा पोरस नरवाल ने निगमायुक्त को पत्र लिखकर निर्देशित किया है। गौरतलब है कि पीएचई के सहायक यंत्री खान को निगम में कार्यपालन यंत्री स्तर का दर्जा दिया गया है। वे प्रभारी कार्यपालन यंत्री के तौर पर यहां काम कर रहे हैं। निगम की जलकार्य शाखा के संविदा पर नियुक्त प्रभारी मुख्य अभियंता एआर पंवार ने भी निगम में ही रहते हुए सेवानिवृत्ति ले ली। इतना ही नहीं, पंवार सेवानिवृत्ति के बाद अब संविदा नियुक्ति से बीते करीब दो साल से निगम में प्रभारी चीफ इंजीनियर के तौर पर बने हुए हैं और हर छह माह में इन्हें एक्सटेंशन मिल रही है। पंवार को तो पानी के साथ हाउस फॉर ऑल का भी प्रभारी चीफ इंजीनियर बनाया हुआ है। इसी तरह पीएचई से निगम में आए अन्य इंजीनियर्स की भी ऐसी ही स्थिति है।
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भवन अनुज्ञा में बदले प्रभार
भोपाल. नगर निगम भवन अनुज्ञा शाखा में इंजीनियरों के प्रभारों में मंगलवार को बदलाव किया गया। यीशु मंडरोई को भवन अनुज्ञा व सिविल जोन क्रमांक 18 का दायित्व दिया। इन्हें भवन अनुज्ञा जोन सात के दायित्व से मुक्त कर दिया गया है। इसी तरह अमित दुबे को भवन अनुज्ञा शाखा जोन क्रमांक सात व 19 का दायित्व दिया गया। सुरभि सक्सेना को अवैध कॉलोनी प्रकोष्ठ के साथ जोन क्रमांक दस भवन अनुज्ञा का दायित्व दिया गया है।
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जनसुनवाई: पहले दिन आए आठ आवेदन
भोपाल. नगर निगम में जनता की शिकायतों की सुनवाई फिर से शुरू हुई। मंगलवार को हुई जनसुनवाई में कुल आठ आवेदन आएं। इसमें होर्डिंग शाखा, भवन अनुज्ञा के साथ अतिक्रमण की शिकायतों का निराकरण किया गया। संबंधिक अफसरों को ये आवेदन भेजकर इन्हें जल्द से जल्द निराकृत करने के लिए कहा गया। फिर से शुरू हुई जनसुनवाई सहायक आयुक्त सीबी मिश्रा ने की। आवेदक काफी देर तक सुनवाई शुरू होने का इंतजार करते रहे। शिकायतकर्ता राशि सिंगारे ने बताया, दोपहर पौने एक बजे तक सुनवाई शुरू नहीं हुई थी।

भोपाल. विश्वकर्मा नगर निवासी संगीता सिसोदिया के पति ने 9 मार्च को घरेलू हिंसा में उनका एक हाथ और एक पैर काट दिया था। इलाज के लिए उन्हें हमीदिया में भर्ती कराया, वहां 21 दिन इलाज चला। इसके बाद निजी अस्पताल में भी उनका इलाज चला। इस दौरान जिला प्रशासन की तरफ से उन्हें चार लाख रुपए की आर्थिक मदद भी की गई। इसमें से काफी रुपया निजी अस्पताल में इलाज के दौरान खर्च हो गया। कलेक्टोरेट में जनसुनवाई में पहुंची संगीता सिसोदिया ने कलेक्टर अविनाश लवानिया को बताया कि उनके एक पैर में अभी भी परेशानी बनी हुई है। हमीदिया में भर्ती के दौरान ही अधिकारी जब उनसे मिलने पहुंचे तो उन्होंने हर संभव मदद करने का भरोसा दिलाया था। इसी आस में वह कलेक्टर से अपने लिए कोई नौकरी और आठ साल के बेटे के लिए पढ़ाई की व्यवस्था कराने के लिए मिली थी। संगीता ने बताया कि इस समय वह अपनी मां के पास बिलखिरिया में रह रही है, मां एक छोटा चाय का होटल चलाती है। एक छोटा भाई और एक बहन भी है। ऐसे में गुजारा होना संभव नहीं हो पा रहा। एक हाथ लगवाना है जिसमें करीब चार लाख रुपए का खर्चा आएगा। ऐसे में उसे नौकरी की सख्त जरूरत है। कलेक्टर ने संगीता को भरोसा दिलाया है कि वे आवेदन करें,जो संभव होगा मदद की जाएगी।

टक्कर मारकर ओला का नंबर डाल दिया
स्टेशन बजरिया थाना अंतर्गत ओवर ब्रिज पर टहलने निकले 68 वर्ष के बुजुर्ग को एक लोडिंग ऑटो ने टक्कर मार दी। इसके बाद उन्हें इलाज के लिए हमीदिया में भर्ती कराया गया, जहां उन्होंने इलाज के बाद दम तोड़ दिया। पुलिस ने लोडिंग ऑटो जब्त कर लिया। लेकिन किसी ने बयान में ओला चालक प्रदीप जाधव की गाड़ी का नंबर नोट करा दिया। पुलिस ने उस नंबर को विवेचना में लेकर जांच शुरू कर दी और ओला चालक को परेशान करना शुरू कर दिया। जबकि कंपनी के रिकॉर्ड के अनुसार जिस समय घटना हुई, चालक शास्त्री नगर में सवारी उतार रहा था। कलेक्टर ने उसे न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया है।

आठ महीने में पत्नी को घर से निकाला

जनसुनवाई में पहुंची टीला जमालपुरा निवासी फरजाना ने आरोप लगाया कि उसके पति सलमान ने उसे घर से निकाल दिया है। आठ महीने पहले दोनों की शादी हुई थी। शादी के बाद से सलमान निवासी कबाडख़ाना और ससुराल पक्ष के लोग फरजाना के साथ मारपीट करते आ रहे हैं। फरजाना ने मारपीट के जख्म भी कलेक्टर को दिखाते हुए बताया कि इन लोगों ने मुझे पिछले चार महीने से कैद कर रखा है। कलेक्टर ने महिला की शिकायत के आधार पर मामले की जांच पुलिस अधीक्षक उत्तर को सौंपी है।

खुशी में बांट गए केले, सेब बिस्किट
बैरसिया के टेम नदी बांध परियोजना में ग्राम मजीदगढ़ के 200 किसानों की भूमि डूब क्षेत्र में आ गई। इसमें 130 किसानों की फाइल मुआवजे के लिए तैयार हुई। 2 जुलाई को सौ किसानों के खाते में राशि पहुंच गई, बाकी किसानों के खाते में राशि पहुंची नहीं। इससे परेशान 26 किसान दो हफ्ते पहले कलेक्टर अविनाश लवानिया से मिले तो उन्होंने आठ दिन में राशि उनके खाते में पहुंचाने का आश्वासन दिया। किसानों का काम हो गया तो वे पांच माह बाद शुरू हुई जनसुनवाई में पहुंचे और कलेक्टर का धन्यवाद देते हुए जनसुनवाई में आए आवेदकों को सेब, फल और बिस्किट बांटकर चले गए। उनका कहना था कि वे खुशी में ये सब बांट रहे हैं। कलेक्टर अविनाश लवानिया ने खुद बैठकर सभी प्रकरणों को सुना और उन्हें न्याय का भरोसा दिलाया।

भोपाल. घरेलू गैस कालाबाजारी, पेट्रोल डीजल में मुनाफाखोरी को लेकर जिला प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए तीन एफआईआर अलग-अलग थानों में दर्ज कराई हैं। अशोका गार्डन थाना क्षेत्र अंतर्गत फेमस जूस सेंटर संचालक सजिद मंसूरी के खिलाफ अशोका गार्डन थाने में आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज कराई गई है। कुछ दिन पूर्व की गई जांच में यहां काफी अनियमितताएं मिली थीं, सड़े, गले फल के अलावा 7 घरेलू सिलेंडर भी मिले थे। इसको लेकर खाद्य विभाग ने संचालक पर एफआईआर दर्ज कराई है। इधर बिना वैध अनुमति बायो डीजल और पेट्रोल का विक्रय करने और मनमाने ढंग से विक्रेता से राशि वसूलने पर इंडियन बायो डीजल के सीईओ और पेट्रोल संचालक के विरूद्ध नजीराबाद थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। एक अन्य एफआर्रआर बैरसिया थाने में दर्ज हुई है।

जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी ज्योति शाह नरवरिया ने बताया कि बैरसिया में मेसर्स मंगलनाथ फिलिंग सेंटर के संचालक हरीनारायण गुर्जर हैं। पेट्रोल पम्प पर बिना वैध अनुमति के बायो डीजल और बायो पेट्रोल के नाम से मोटर स्पिरिट का विक्रय किया जा रहा है इसके लिये जिला-प्रशासन से वैध अनुमति नहीं ली गई थी। जांच में हरिनारायण गुर्जर द्वारा मनमाने ढंग से रेट तय कर मुनाफाखोरी किया जाना पाया गया। कलेक्टर अविनाश लवानिया ने प्रकरण की सुनवाई के बाद कंपनी सीईओ सेहरा कबीर और संचालक हरिनारायण गुर्जर के विरूद्ध बिलखिरिया थाने में एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए गए। इसके बाद ही खाद्य विभाग ने कार्रवाई की है।

फर्जी गैस एजेंसी पर कार्रवाई

इधर बैरसिया में ही बिना अनुमति बैटरी की दुकान पर गैस सिलेंडरों का अवैध व्यवसाय करने पर बैरसिया थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। दरअसल 10 सितम्बर को बैरसिया एसडीएम और खाद्य विभाग ने छापामार कार्रवाई करते हुए 36 कमर्शियल तथा घरेलू सिलेंडर जब्त किए। 100 किलोग्राम से अधिक गैस संग्रहित करने पर विस्फोटक अनुज्ञप्ति जरूरी होती है। इसको लेकर कलेक्टर के निर्देश पर मोहन सिंह कुशवाह और भारत गैस एजेंसी संचालक राजेन्द्र सिंह ठाकुर निवासी निशातपुरा के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत बैरसिया थाने में एफआईआर दर्ज की गई है।

भोपाल. बरसात थमने के बाद एक अक्टूबर से सड़कों का निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। इस संबंध में संभागायुक्त कवींद्र कियावत ने कार्यालय में बैठक कर अधिकारियों को निर्देश दिए कि सड़कों का काम ठेकेदार की मनमानी से नहीं, बल्कि अफसरों की मौजूदगी में उनके अनुसार कराया जाए। यह भी ध्यान रखा जाए कि प्राथमिकता निर्माण एजेंसी नहीं अधिकारी तय करेंगे। संभागायुक्त ने सबसे पहले नगर निगम, लोक निर्माण और सीपीए आदि के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ शहर की सड़कों की स्थिति के बारे में चर्चा की और जर्जर हुई सड़कों की जानकारी की। करीब 200 किमी सड़क का काम होना है। 15 अक्टूबर तक मरम्मत योग्य सभी सड़कों के काम पूरे किए जाएंगे। इसके बाद जिन सड़कों के लिए नए सिरे से टेंडर डाले जा चुके हैं। उनका काम पूरा किया जाएगा। इस दौरान सड़कों के दोनों और बने फुटपाथ और पार्कों की भी मरम्मत भी की जाएगी।

संभागायुक्त ने सभी अधिकारियों से कहा कि सड़क के नाम, उस पर होने वाले निर्माण कार्य और समय-सीमा के मान से आगामी 26 सितम्बर तक प्लान भी प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि निर्माण एजेंसी गुणवत्तायुक्त कार्य करें। इसके लिए अधिकारी प्रतिदिन युद्ध स्तर पर होने वाले कार्यों की रूप-रेखा अनुसार मॉनीटरिंग भी सुनिश्चित करें ताकि क्वालिटी से कोई समझौता नहीं हो सके।

बैठक में बीडीए और नगर निगम अधिकारियों को निर्देश दिए कि सड़कों के दोनों और बने फुटपाथ और पार्कों की भी मरम्मत करें। शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने की कवायद जारी रखें। बारिश के बाद नालियों में जमा कचरा और गाद को तत्काल साफ करें और बारिश के पानी की निकासी के लिए भविष्य में ऐसी कार्य योजना तैयार करें जिससे वर्षा ऋतु के दौरान होने वाली छोटी-छोटी परेशानियों को दूर किया जा सके। 15 अक्टूबर तक मरम्मत योग्य समस्त मुख्य तथा आतंरिक मार्गों का रख-रखाव तय समय-सीमा मं सुनिश्चित करें और आम नागरिकों को हो रही असुविधा से निजात दिलायें।

भोपाल। आरटीआई कानून का उल्लंघन और आयोग के आदेश की अव्हेलना करने पर राज्य सूचना आयुक्त राहुल सिंह ने बुरहानपुर के तत्कालीन सीएमएचओ डॉ. विक्रम सिंह के खिलाफ गिरफ्तार वारंट जारी किया है। 5 हजार रुपए का जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी करते हुए इंदौर डीआईजी को वारंट तामीली के आदेश दिए हैं। साथ ही स्वास्थ्य आयुक्त आकाश त्रिपाठी को नोटिस जारी किया है। यही नहीं स्वास्थ्य आयुक्त को व्यक्तिगत सुनवाई के लिए समन भी जारी किया है। प्रदेश के इतिहास में यह पहला मामला है जब सूचना आयुक्त ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया है।

गिरफ्तार कर 11 अक्टूबर को पेश करने के निर्देश -
आयोग के वारंट की तामील करा कर दोषी अधिकारी डॉ. सिंह को गिरफ्तार कर आयोग के समक्ष 11 अक्टूबर को दोपहर 12 बजे हाजिर करें। आयोग ने इस वारंट में कहा है कि अगर डॉ. विक्रम सिंह 5 हजार की जमानत देकर अपने आप को आयोग के समक्ष 11 अक्टूबर की पेशी में हाजिर होने कर लिए तैयार है तो उनसे जमानत की राशि 5 हजार रुपए लेकर उन्हें आयोग के समक्ष हाजिर होने के लिए रिहा कर दिया जाए।

यह है मामला -
दिनेश सदाशिव सोनवाने ने आरटीआई आवेदन 10 अगस्त 2017 को सीएमएचओ बुरहानपुर डॉ. सिंह के समक्ष लगाया था। जिसमें बुरहानपुर जिले के स्वास्थ्य विभाग में वाहन चालकों की नियुक्ति और पदस्थापना संबंधित जानकारी मांगी थी, लेकिन डॉ. सिंह ने कोई भी जवाब 30 दिन में नहीं दिया। इसके बाद आवेदक ने प्रथम अपील दायर की तो प्रथम अपीलीय अधिकारी संयुक्त संचालक स्वास्थ्य इंदौर ने 7 अक्टूबर 2017 को जानकारी देने के आदेश जारी कर दिए।

लगातार समन, फिर भी उपस्थित नहीं हुए -
आयोग ने डॉ. विक्रम सिंह को आयोग के समक्ष अपना जवाब पेश करने के लिए 18 अक्टूबर 2019 से 10 फरवरी 2020 तक लगातार 5 समन जारी किए गए। फिर भी वे हाजिर नहीं हुए। आयोग ने इन समन में डॉ. सिंह की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए स्वास्थ्य संचालनालय के कमिश्नर को भी निर्देश दिए लेकिन स्वास्थ्य विभाग लापरवाह रहा। आयोग ने 16 दिसंबर 2020 को इस प्रकरण में 25 हजार रुपए का जुर्माना डॉ. सिंह के ऊपर लगा दिया। साथ ही आयुक्त स्वास्थ संचनालय को 1 महीने में पैनल्टी की राशि जमा ना होने पर डॉ. सिंह के वेतन से काटकर आयोग में जमा करने के निर्देश दिए। लेकिन न तो राशि जमा हुई और न ही वे आयोग के समक्ष हाजिर हुए।

आयुक्त की तल्ख टिप्पणी -
राज्य सूचना आयुक्त सिंह ने तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि दोनों अधिकारियों का व्यवहार संसद द्वारा स्थापित पारदर्शी और जवाबदेह सुशासन सुनिश्चित करने वाले आरटीआई कानून का मखौल उड़ाने वाला है। दोनों अधिकारियों की कार्रवाई को आयोग के अपीलीय प्रक्रिया में बाधा पहुंचाने वाला बताया है। राज्य सूचना आयुक्त ने अपने आदेश में कहा कि आयोग इस तरह के आरटीआई एक्ट के लगातार खुलेआम उल्लंघन को मूकदर्शक बनकर नहीं देख सकता है। अगर इस तरह के उल्लंघन को मान्य कर दिया जाए तो आरटीआई कानून मजाक बनकर रह जाएगा।

क्या है नियम -
राज्य सूचना आयुक्त सिंह के मुताबिक आरटीआई एक्ट की धारा 7 (1) के तहत अगर 30 दिन के अंदर जानकारी नहीं मिलती है तो धारा 20 के तहत 250 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से अधिकतम 25 हजार रुपए तक का जुर्माना लगाया जाता है। दोषी अधिकारी को 1 महीने का समय जुर्माने की राशि आयोग में जमा करने के लिए दिया जाता है। इसके बाद मध्यप्रदेश फीस अपील नियम 2005 में नियम 8 (6) (3) के तहत आयोग दोषी अधिकारी के कंट्रोलिंग अधिकारी को जुर्माने की राशि को वसूलने और साथ में दोषी अधिकारी के विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई के लिए रिपोर्ट करता है। नियम के अनुसार आयोग का आदेश संबंधित कंट्रोलिंग अधिकारी पर बंधनकारी होता है। सिंह ने बताया कि नियम के मुताबिक आयोग जुर्माने की राशि को वसूलने के लिए सिविल कोर्ट की शक्तियों का उपयोग करता है।

30 दिन में जानकारी देना अनिवार्य -
आरटीआई कानून के तहत आवेदन करने के 30 दिन के अंदर आवेदक को जानकारी देना अनिवार्य है। यदि जानकारी देने योग्य नहीं है तो आवेदक को इसका ठोस कारण भी बताया जाए। यदि आवेदक इससे संतुष्ट नहीं होता है तो वह प्रथम अपील कर सकता है। इस मामले में मांगी गई जानकारी तीन साल तक नहीं दी गई।

भोपाल. राजधानी में गणेश उत्सव के बाद अब नवरात्र की तैयारियां शुरू हो गई हैं। नवरात्र में अब एक पखवाड़ा बाकि है, ऐसे में शहर में जगह-जगह मां दुर्गा की झांकी के लिए भूमिपूजन का सिलसिला शुरू हो गया है। शहर के बिट्टन मार्केट में इस बार राजस्थान के खाटू श्याम बाबा की आकर्षक झांकी सजाई जाएगी। जय मां वैष्णो दुर्गा उत्सव बिट्टन मार्केट हाट बाजार व्यापारी उत्सव समिति की ओर से मां दुर्गा की आकर्षक झांकी सजाई जाएगी।

समिति के संयोजक हरिओम खटिक ने बताया कि इस झांकी का निर्माण कोलकाता के कलाकारों द्वारा किया जाएगा। झांकी के लिए खाटू श्याम की प्रतिमा राजस्थान से ही लाई जाएगी। इस बार आयोजन कोविड नियमों के तहत किया जाएगा और दर्शन की व्यवस्था भी गाइडलाइन के हिसाब से करेंगे। सीमित संख्या में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को भेजा जाएगा।

नवरात्र: बिट्टन मार्केट में कोलकाता के कलाकार बनाएंगे खाटू श्याम बाबा की झांकी, न्यू मार्केट में ग्रीन भोपाल का संदेश देगी झांकी, श्रद्धालुओं को बांटेगे पौधे

न्यू मार्केट में सजेगी ओपन झांकी
न्यू मार्केट व्यापारी महासंघ, व्यापारी दुर्गा उत्सव समिति की ओर से इस बार न्यू मार्केट में ओपन झांकी सजाई जाएगी। आयोजन कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए किया जाएगा। इस बार ओपन झांकी क्लीन भोपाल, ग्रीन भोपाल की तर्ज पर होगी। इसमें आरती के बाद पौधों का वितरण किया जाएगा और कपड़ों के थैले वितरित किए जाएंगे। इसके साथ ही वैक्सीनेशन के लिए जागरुकता बैनर लगाए जाएंगे। समिति के अजय देवनानी ने बताया कि झांकी के लिए आयोजक महेश कुकरेजा, संयोजक विकास जोगी को बनाया गया है।

मां पाताल भैरवी झांकी के लिए भूमिपूजन
कोटरा सुल्तनाबाद में मां पाताल भैरवी की झांकी के लिए भी विधि विधान के साथ भूमिपूजन किया गया। आयोजन समिति के अध्यक्ष सुदेश पांडे ने बताया कि कोविडगाइड लाइन का पालन करते हुए कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।

गोविंद गार्डन में विराजेंगी माताजी
दुर्गा उत्सव समिति की ओर से गोविंद गार्डन रायसेन रोड पर झांकी के लिए भूमिपूजन किया गया। समिति के अध्यक्ष रिंकू भटेजा ने बताया कि इस बार कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए आयोजन किया जाएगा। जिस तरह से शासन के निर्देश होंगे उसका पूर्णत: पालन किया जाएगा। समिति की ओर से लगातार 25 वर्षों से माता रानी की झांकी स्थापित की जाएगी। भूमिपूजन कार्यक्रम में विजय विश्वकर्मा, उमेश अग्रवाल, अवनीश श्रीवास्तव सहित अनेक लोग उपस्थित थे।

भोपाल. पर्युषण पर्व के समापन के बाद राजधानी के जैन मंदिरों में सामूहिक क्षमावाणी सहित अन्य धार्मिक अनुष्ठान किए जा रहे हैं। मंगलवार को शहर के जैन मंदिरों में पर्युषण पर्व के दौरान लगातार दस दिन तक कठिन साधना करने वाले तपस्वियों का बाहुमान किया गया। जैन नगर निवासी कविता जैन निरन्तर 25 सालों से 10 दिन तक निर्जल उपवास कर 10 लक्षण की कठिन साधना करती आ रही हैं। इसी प्रकार 36वर्षीय सचिन जैन निरन्तर 22 वर्षों से उपवास की साधना करते आ रहे हैं। कोहेफिजा निवासी डॉ. रचना सिंघई, बबीता जैन, तृप्ति जैन भी निरन्तर कई सालों से 10 उपवास की कठिन साधना करती आ रही हैं। ऐसे कई Ÿदधालु 10 दिन की कठिन साधना कर रहे है। निरन्तर तप, साधना करने वाले तपस्वियों ने मुनिसंघ से आशीर्वाद लेकर जीवन के कल्याण के लिए संयममय जीवन के लिए एक-एक नियम लिया।

क्षमावाणी: एक दूसरे से मांगी क्षमा
आदिनाथ जैन मंदिर पिपलानी में सुबह मूलनायक भगवान आदिनाथ का अभिषेक कर श्रद्धालुओं ने देश के विकास और सुख समृद्धि के लिए मंत्रोच्चारित शांतिधारा की। सामूहिक क्षमापना कार्यक्रम में एक दूसरे से विनम्रतापूर्वक जाने-अनजाने में की गई गलतियों के लिए क्षमा याचना की। मंदिर समिति के अध्यक्ष अरविंद पंत, सचिव अतुल सिंघई और अन्य पदाधिकारियों ने समाज में सामाजिक कार्य कर रहे समाजसेवियों का सम्मान किया।

सामूहिक दशलक्षण विधान, 104 परिवार शामिल
अशोका गार्डन स्थित जैन मंदिर में सामूहिक दशलक्षण विधान का आयोजन किया गया। आयोजन में परवार सभा के अध्यक्ष अजित जैन, इंजी केएल जैन, सचेंद्र जैन सहित 104 परिवारों ने भाग लिया। हेमलता जैन रचना ने बताया कि इस तरह से सामूहिक दशलक्षण विधान का आयोजन पहली बार किया गया। इस मौके पर श्रद्धा भक्ति के साथ विधान के अघ्र्य अर्पित किए गए। श्रद्धालुओं ने संगीतमय स्वरलहरियों पर भक्ति नृत्य करते हुए आराधना की।

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