>>: Digest for May 09, 2021

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Table of Contents

अनूपपुर। जिले में गुरुवार की चली आंधी और बारिश से नगरवासियों ने अभी राहत नहीं पाई थी कि शुक्रवार की दोपहर तूफानी हवाओं के साथ बारिश और ओलावृष्टि ने फिर से जनजीवन को प्रभावित किया है। दोपहर 2.30 बजे अचानक तूफानी हवाओं के साथ तेज बारिश और ओलावृष्टि हुई। जिसमें चारो दिशाओं से हवाओं के थपे?े के साथ बारिश और ओला गिरे। इससे से जहां घरों के छप्पर उड़ गए, वही बारिश और ओलावृष्टि से आम औऱ टमाटर सहित अन्य नगदी फसलो को नुकसान पहुंचा है। जबकि परसवार गांव के पास उच्च क्षमता की बिजली की तार पर पेड़ गिरने से अनूपपुर नगरीय क्षेत्र सहित ग्रामीण क्षेत्रो में घंटो ब्लैकआउट बन गया। इस दौरान पुष्पराजगढ़ में आकाशीय बिजली गिरने से 2 बैलों की मौत हो गई। तूफानी हवाओं सहित जोरदार बारिश और ओलावृष्टि का सिलसिला घंटाभर चला। हालांकि इसके बाद भी रुक रुक कर बारिश होने का दौर जारी रहा। ओलावृष्टि और बारिश से वातावरण ठंडा हो गया। शाम तक आसमान में काले बादल छाए रहे। बारिश से लोगों ने राहत महसूस की, वही लोगों को तूफान और ओलावृष्टि से अधिक नुकसान उठाना पड़ा।
बताया जाता है कि तूफान के साथ बारिश और ओलावृष्टि सीमित क्षेत्रो में ही हुआ। जिसमें अनूपपुर नगरीय क्षेत्र सहित आसपास के गांव सर्वाधिक प्रभावित हुए। जबकि राजेन्द्रग्राम, बिजुरी में तेज बारिश हुई, यहां ओलावृष्टि नहीं हुई। वहीं अमरकंटक,पसान नगरीय क्षेत्र में दोपहर समय न तो बारिश हुई और न ओलावृष्टि हुई। कृषि विभाग उपसंचालक एनडी गुप्ता ने बताया कि बेमौसम हुई बारिश और ओलावृष्टि से नगदी फसलों खासकर सब्जी की फसल को नुकसान हुआ है। टमाटर की फले चोटिल हो गई है। जबकि अधिक पानी के कारण उनके पौधों और फल को अधिक नुकसान पहुंचा है । हालांकि अभी भी कुछ स्थानों पर गेहूं की कटाई शेष है। यह लगभग 5-7 फीसदी होगा। लेकिन बारिश से किसानों को नुकसान हुआ है।
बॉक्स: घरों के उड़े छप्पर औऱ पानी टंकी
तेज हवा और बारिश में आधा सैकड़ा घरों के छप्पर उडऩे के अनुमान लगाए जा रहे हैं। नगरपालिका अनूपपुर वार्ड 14 स्थित नपा फायर ब्रिगेड वाहन चालक शिवमोहन सिंह के घर की सीमेंट वाली चादर पूरी तरह उड़ गई, जिसमें 50 हजार के नुकसान की आशंका बताई जा रही है। वही सैकड़ों घरों के छत पर रखी पानी टंकी हवा में उडक़र बिखर गई। जिसके कारण उन घरों में पानी स्टोर की समस्या बन गई है।
बॉक्स: नगर सहित ग्रामीण अंचल में ब्लैकआउट
अनूपपुर उपकेंद्र के परसवार में पेड़ गिरने और 7 खम्बो के क्षतिग्रस्त से जहां गुरुवार को 3 घंटे का ब्लैकआउट बना। वही शुक्रवार को दर्जनभर स्थानों पर बिजली के तार टूटने औऱ पेड़ गिरने से फिर से अनूपपुर 7 घंटे का ब्लैकआउट बन गया है। देर रात तक बिजली आपूर्ति की संभावना जताई जा रही है। दोपहर 2.30 बजे से गुल बिजली रात 9 बजे तक नहीं बहाल हो सकी थी। बिजली के अभाव में नगरीय क्षेत्रों सहित ग्रामीण अंचलों में अंधेरा पसरा रहा, वहीं नगरीय क्षेत्रों में घरों में पानी की सप्लाय नहीं हो सकी, जिससे नगरवासियों को पानी के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ा। बिजली गुल होने के कारण पानी टैंकर से भी घरों तक पानी की आपूर्ति नहीं हो सकी।
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अनूपपुर। नगर पालिका बिजुरी अंतर्गत कंटेनमेंट क्षेत्र घोषित किए गए वार्ड में 7 मई को कोरोना संक्रमण रोकने के लिए वार्डो का सेनेटाइजेशन कराया गया। जिसमें वार्ड के आवासीय और व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर दवाई का छिडक़ाव किया गया। वहीं नगर पालिका अध्यक्ष के निर्देश पर अमले के द्वारा घर-घर जाकर प्रभावित वार्ड में संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लोगो से सफाई बरतने और सेनेटाइजर का छिडक़ाव किए जाने की अपील की गई। साथ ही वार्ड में दवा का छिडक़ाव किया। नगर पालिका अध्यक्ष पुरुषोत्तम सिंह ने बताया कि कोरोना संक्रमण से प्रभावित बाजार क्षेत्र के 4 वार्डों में संक्रमण की गति को रोकने के लिए विशेष मुहिम चलाते हुए सेनेटाइजर का छिडक़ाव घर-घर कराया गया है और नालियों की भी साफ-सफाई करवाते हुए कीटनाशक दवा का छिडक़ाव भी कराया जा रहा है ।
बॉक्स: घर से बाहर ना निकलने के लिए लगाई विशेष डयूटी
कंटेनमेंट क्षेत्र में निवासरत व्यक्तियों को आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराने के लिए नगर पालिका अध्यक्ष के द्वारा कर्मचारियों की तैनाती की गई है। ताकि पीड़ित व्यक्तियों तक खाद्य सामग्री तथा दवाइयां निरंतर पहुंचती रहे एवं उन्हें परेशान ना होना पड़े । इसके लिए विशेष रूप से कर्मचारियों को तैनात किया गया है।
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अनूपपुर। कल तक कॉलरी के दूषित पानी से अपना अस्तित्व खो रही केनई नदी अब बिजुरी नगर के लिए शुद्ध पेयजल का साधन बन गई है। नगरपालिका ने केनई नदी से पाइपलाइन बिछाते हुए नगर की फिल्टर प्लांट की पाइप लाइन से जो? दिया है। जिसके बाद नगरपालिका की 32 हजार की आबादी को अब शुद्ध जलापूर्ति नगरपालिका द्वारा की जाएगी। बताया जाता है कि बिजुरी नगर पालिका क्षेत्र अंतर्गत हो रही पेयजल समस्या तथा नपा द्वारा काले पानी की सप्लाई किए जाने की शिकायत मिलने के बाद नगर पालिका अध्यक्ष के द्वारा इस समस्या को दूर करने के लिए जीवनदायिनी कनई नदी के जल का शुद्धिकरण करते हुए इसकी आपूर्ति करने का निर्णय लिया। जिसके बाद अमले के साथ फिल्टर प्लांट पहुंचकर केनई नदी में पाइप लाइन बिछाते हुए फिल्टर प्लांट से जोड वाडों में की जाएगी। उल्लेखनीय है कि अभी तक बहेराबांध और बिजुरी कॉलरी से निकलने वाले जल को शुद्ध करते हुए इसकी सप्लाई टैंकर तथा पाइपलाइन के माध्यम से वार्डों में की जाती थी । जिस पर लोगों के द्वारा इसके दूषित तथा काला पानी होने की शिकायत की जा रही थी । इस शिकायत पर नपा अध्यक्ष ने कॉलरी प्रशासन पर नाराजगी जताते हुए शुद्ध पानी की आपूर्ति के निर्देश दिए थे। लेकिन कॉलरी के आश्वासन के बाद भी काला पानी टैंकर से भेजे जाने पर अब जीवनदायिनी कनई नदी के जल को शुद्ध कर इसकी आपूर्ति वार्ड में दी है।
बॉक्स: पेयजल समस्या से मिलेगी निजात
कॉलरी से निकलने वाले जल के शुद्धिकरण में काफी समय लगता था। वही कनई का जल पहले से ही स्वच्छता तथा निर्मल है। लेकिन कोल खान से फिल्टर प्लांट तक सीधे खदान से आ रहे काला पानी अधिक मात्रा में नदी में मिलकर नदी को दुर्षित कर रहा था। जिसपर पत्रिका ने ३० अप्र्रेल को खबर प्रकाशित किया था। नगरवासियों का कहना है कि नदी के पानी को शुद्धिकरण करते हुए इसकी आपूर्ति किए जाने से पेयजल समस्या से मुक्ति मिलेगी ।
वर्सन:
केनई नदी से पाइपलाइन बिछाकर फिल्टर प्लांट को जो? दिया गया है। अब नगर को शुद्ध पानी मिल सकेगा।
पुरुषोत्तम सिंह, अध्यक्ष नगरपालिका बिजुरी।
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अनूपपुर। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र फुनगा मैं पदस्थ लैब टेक्नीशियन के साथ जांच कराने के लिए आए हुए मरीज तथा उसके पति द्वारा मारपीट तथा अभद्र व्यवहार किए जाने पर चिकित्सालय स्टाफ के द्वारा कोरोना जांच सहित अन्य चिकित्सकीय कार्य का बहिष्कार करते हुए कार्यवाही ना होने तक कार्य से विरक्त रहने की चेतावनी दी गई है ।

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शुक्रवार की दोपहर 12:00 बजे छूलकारी निवासी प्रियंका तिवारी पति बसंत मिश्रा जोकि बुखार की जांच कराने के लिए पहुंचे हुए थे । जहां मरीज व उसके पति द्वारा पुराना जांच में लगे हुए लैब टेक्नीशियन दुर्गेश्वरी गुप्ता पति जितेंद्र गुप्ता निवासी विवेकानंद स्मार्ट सिटी अनूपपुर को बुखार की जांच करने के लिए कहा गया । जिस पर लैब टेक्नीशियन के द्वारा कुछ समय पश्चात जांच करने के लिए कहा गया । जिससे आक्रोशित होकर मरीज प्रियंकातिवारी व पति बसंत मिश्रा के द्वारा धक्का-मुक्की करने के साथ ही अभद्र व्यवहार तथा गाली गलौज करने लगे । जिससे महिला के हाथ में चोट आई है ।

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इसके पश्चात पीड़ित लैब टेक्नीशियन के द्वारा मामले की शिकायत फुनगा चौकी में दर्ज कराए जाने के साथ ही आरोपियों के विरुद्ध कार्यवाही नहीं होने तक सभी स्टाफ के साथ चिकित्सकीय कार्यों का बहिष्कार किया गया । इस मामले पर पीड़ित लैब टेक्नीशियन की शिकायत पर पुलिस के द्वारा आरोपी प्रियंका तिवारी व उनके पति बसंत मिश्रा के विरुद्ध धारा 294 ,323, 506 188 ,269 ,353 तथा चिकित्सा अधिनियम की धारा एवं आपदा प्रबंधन अधिनियम की धारा 51 के तहत मामला दर्ज करते हुए अग्रिम कार्यवाही की जा रही है ।

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अनूपपुर. मध्यप्रदेश (madhya pradesh) में तेजी से बढ़ते कोरोना (corona) के कहर के बीच रोजाना दिल को झकझोर देने वाली तस्वीरें सामने आ रही हैं। ऐसी ही हृदयविदारक तस्वीरें अनूपपुर (anuppur) जिले से सामने आई हैं जिनमें इलाज के अभाव में एक मरीज (patient death) ने अस्पताल (hospital) में ही तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया। हैरानी की बात तो ये है कि ऐसा नहीं है कि जिस वक्त मरीज तड़प रहा था और उसकी पत्नी इलाज की गुहार लगा रही थी तब अस्पताल में डॉक्टर (doctor) मौजूद नहीं थे। डॉक्टर तो थे लेकिन वो मरीज का इलाज करने के बजाए केबिन में बैठकर स्टाफ न होने की बात कह रहे थे।

देखें वीडियो- केबिन में बैठे रहे डॉक्टर साहब और स्ट्रेचर पर तड़प-तड़प कर हो गई मरीज की मौत

जिम्मेदार डॉक्टर की लापरवाही दिखाता वीडियो
अनूपपुर जिले के फुनगा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में जो तस्वीरें सामने आईं उन्हें देखकर आपका दिल भी रो उठेगा। यहां शनिवार को इलाज के लिए एक मरीज को लाया गया था। मरीज का नाम राम पति केवट था जो पयारी गांव का रहने वाला था। सांस में तकलीफ होने के बाद रामपति की पत्नी किसी तरह उसे इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लेकर पहुंची थी। उसे उम्मीद थी कि सामुदायिक केन्द्र में उसके पति को इलाज मिलेगा और उसका सुहाग सलामत रहेगा लेकिन स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचने के बाद जो हुआ उसने उसकी जिंदगी की खुशियां छीन लीं। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के डॉक्टर हरिशंकर वस्त्रकार ने मरीज को रेफर कर दिया। और इलाज न करते हुए अपने केबिन में जाकर बैठ गए। अस्पताल के गेट पर स्ट्रेचर पर लेटे लेटे मरीज रामपति की मौत हो गई लेकिन स्टाफ का रोना रो रहे डॉक्टर ने उसकी जान बचाने की कोशिश तक नहीं की।

 

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स्टाफ की कमी का रोना रोते रहे डॉक्टर
स्ट्रेचर पर ही मरीज के तड़प तड़प कर दम तोड़ने के बाद एक जिम्मेदार नागरिक ने वीडियो बनाते हुए डॉक्टर हरिशंकर वस्त्रकार को मरीज की मौत के बारे में बताया उसके बाद भी डॉक्टर साहब का दिल नहीं पसीजा और वो स्टाफ न होने की बात कहते रहे। आरोप है कि ऑक्सीजन न मिलने के कारण मरीज की मौत हुई है। सवाल ये भी है कि जब व्यवस्था नहीं थी तो डॉक्टर ने रेफर करने की जगह मरीज का इलाज क्यों नहीं किया। कुछ लोगों का ये भी कहना है कि मरीज करीब दो घंटे तक इलाज के अभाव में तड़पता रहा लेकिन किसी ने उसकी सुध नहीं ली और असहाय पत्नी की गुहार भी डॉक्टर ने नहीं सुनी।

देखें वीडियो- केबिन में बैठे रहे डॉक्टर साहब और स्ट्रेचर पर तड़प-तड़प कर हो गई मरीज की मौत

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