>>: Digest for January 29, 2021

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Table of Contents

जबलपुर। रक्षा मंत्रालय की भूमि के रखरखाव और सुरक्षा का जिम्मा सम्भालने वाले रक्षा सम्पदा विभाग ने जबलपुर सहित मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के जिलों में स्थित 70 हजार एकड़ भूमि का सर्वे शुरू कर दिया है। इसका उद्देश्य यह पता लगाना है कि विभाग के कार्यक्षेत्र में जो रक्षा भूमि है, वह किस स्थिति में है और उसका कितना उपयोग हो रहा है। इस दौरान अतिक्रमण की भी रिपोर्ट तैयार की जाएगी। सर्वे में केंट बोर्ड की करीब 4200 एकड़ जमीन को शामिल नहीं किया गया है। यह फेज-2 की प्रक्रिया है। इसमें जानकारी जुटाकर रक्षा मंत्रालय को जमीन की वर्तमान स्थिति के बारे में बताया जाता है। विभागीय सूत्रों ने बताया कि सर्वे में यह पता लगाया जाता है कि जमीन की सीमा में किसी प्रकार का परिवर्तन तो नहीं हुआ है। उस पर कितना नया निर्माण हुआ है। वह वैध है या अवैध।

रक्षा सम्पदा विभाग ने शुरू किया सर्वे
मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ में जमीन का होगा आकलनअब इस जमीन के मकान टूटेंगे
मप्र के सभी जिलों के हजारों मकान शामिल
डिफेंस की जमीन पर कहां अतिक्रमण, कितने में हुआ नया निर्माण

डीजीपीएस का होगा उपयोग
सर्वे के लिए पहले टोटल स्टेशन मशीन का इस्तेमाल होता था। लेकिन, सटीक नापजोख के लिए डिफरेंशियल ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (डीजीपीएस) प्रणाली का उपयोग किया जा रहा है। फेज-1 में भी यही तकनीक अपनाई गई थी। इस तकनीक से दस सेंटीमीटर की निकटता तक जगह का पता आसानी से लगाया जा सकता है। यह जीपीएस प्रणाली से बेहतर है।
एलपीआर के पास सबसे ज्यादा जमीन जबलपुर में रक्षा सम्पदा विभाग के अंतर्गत लॉन्ग प्रूफ रेंज (एलपीआर) के पास सबसे ज्यादा नौ हजार एकड़ जमीन है। एलपीआर 14 किमी लम्बा है। ओएफके के पास 4 हजार एकड़, जीसीएफ के पास 18 सौ एकड़, सीओडी के पास 1900 एकड़ और वीएफजे के पास लगभग 900 एकड़ जमीन है।

फौजी पड़ाव मद में भी बड़ा रकबा
फौजी पड़ाव (कैम्पिंग ग्राउंड) की जमीन भी रक्षा संपदा विभाग के अंतर्गत है। सूत्रों ने बताया कि अभी इस मद में सिहोरा में 40 एकड़, शहपुरा में आठ, नीमखेड़ा में 12, गाडरवारा (नरसिंहुपर) में 6 एकड़, मटकुली (होशंगाबाद) में 21 एकड़, पगारा (होशंगाबाद) में 22 एकड़, सिंगानामा (होशंगाबाद) में छह एकड़ और पिपरिया (होशंगाबाद) में 20 एकड़ जमीन है। छत्तीसगढ़ के रायपुर में भी विभाग की जमीन है।

जबलपुर। जिला प्रशासन और आबकारी विभाग की संयुक्त कार्रवाई में बुधवार शाम दवा बाजार की तीन दुकानों में दबिश देकर 44 बोतल मेडिकल स्प्रिट बरामद की गई। यह स्प्रिट केवल संस्थाओं को ही बेचा जा सकता है। जिन दुकानों से स्प्रिट बरामद हुई है, उनमें से एक में टेस्ट परचेसर को भेजकर खरीदी कराई गई। उसी आधार पर यह कार्रवाई की गई। कार्रवाई रांझी एसडीएम दिव्या अवस्थी, तहसीलदार प्रदीप मिश्रा और आबकारी विभाग के अधिकारियों की देखरेख में हुई।

प्रशासन और आबकारी विभाग की संयुक्त कार्रवाई
दवा बाजार में छापा, तीन दुकानों से 44 बोतल मेडिकल स्प्रिट जब्त

बताया गया कि टेस्ट परचेसर को 4.5 लीटर क्षमता वाली दो केन बेची गई। इसके बाद आबकारी विभाग की टीम ने दुकानों पर छापा मारा। तलाशी में 17 केन में 76.5 लीटर स्प्रिट मिली, जिसे जब्त कर दुकानदार आदर्श कॉलोनी गढ़ा निवासी आशीष जैन के सुपुर्द किया गया। अरिहंत टे्रड नामक दुकान की तलाशी में 25 केन स्प्रिट मिली। दुकानदार के पास ड्रग और नगर निगम का लाइसेंस था, लेकिन डिनेचर स्प्रिट संग्रहित करने के संबंध में डीएस-4 लाइसेंंस नहीं था। बीके सर्जिकल की तलाशी मेें दो केन स्प्रिट मिली। दुकानदार के पास स्प्रिट के लिए लाइसेंस नहीं था। इस दौरान आबकारी विभाग से राजेश चौधरी, श्वेता सिंह आदि उपस्थित रहे।

दवा बाजार में तलाशी के दौरान तीन दुकानों से 44 केन मेडिकल स्प्रिट बरामद किया गया है। यह स्प्रिट केवल संस्थाओं को बेचा जा सकता है। एक टेस्ट परचेसर के जरिए स्प्रिट खरीदी गई। नियम विरुद्ध बिक्री करने पर स्प्रिट जब्त किया गया।
- दिव्या अवस्थी, एसडीएम रांझी

पापुलर फूड इंड्रस्टी में छापा, मसालों के सैम्पल जब्त
अधारताल इंडस्ट्रियल एरिया स्थित पापुलर फूड इंड्रस्टी में मसालों में मिलावट की सूचना पर बुधवार को पुलिस टीम ने छापा मारा। कारखाने की जांच में चावल और बुरादा मिला है। पुलिस को अंदेशा था कि इस बुरादे को मसाले में मिलाया जाता था। पुलिस की सूचना पर खाद्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची। इसके बाद वहां बनाए जाने वाले मसालों के सैम्पल जब्त किए गए। बताया गया कि सैम्पल को जांच के लिए भोपाल भेजा जाएगा। दबिश के दौरान कारखाने में संचालक का बेटा सूरज कुकरेजा मिला।

जबलपुर। एक ही परिवार के पांच लोग घर के ग्राउंड फ्लोर पर गारमेंट की दुकान चलाते और दूसरे तल पर बैठकर क्रिकेट का सट्टा लिखते थे। मंगलवार को पुलिस ने वहां छापा मारा, तो इसका खुलासा हुआ। पुलिस ने मौके से उक्त परिवार के चार लोगों समेत एक अन्य आरोपी को दबोच लिया। वहीं एक मौके से भाग निकला।

नीचे दुकान, ऊपर लिखा जाता था क्रिकेट का सट्टा
एक ही परिवार के पांच लोग गिरफ्तार, एक मौके से भागा

आरोपियों के कब्जे से 28 मोबाइल फोन, एक एलईडी टीवी, एक कैलकुलेटर, एक रिकॉर्डर और 2800 रुपए नकद समेत छह रजिस्टर मिले हैं, जिसमें करोड़ों रुपए का हिसाब किताब है। कोतवाली थाना प्रभारी अनिल गुप्ता ने बताया कि सूचना मिली कि नायक कलेक्शन के संचालकों द्वारा दुकान की दूसरी मंजिल पर क्रिकेट का सट्टा लिखा जा रहा है। दबिश देने पर पुलिस ने देखा कि वहां राजेश नायक (52), उसका बेटा हर्षित नायक (24), आदित्य नायक(28), मनोज नायक उर्फ मुन्नू, उसका बेटा मोहित नायक (25) और फूटाताल निवासी नीतेश ठाकुर क्रिकेट का सट्टा लिख रहे थे।
मुन्नू वहां से भाग निकला। अन्य पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने नागपुर से क्रिकेट सट्टे की लाइन ली थी। यह लाइन उन्होंने शहर में 26 लोगों को दी थी। पुलिस के अनुसार मंगलवार को आरोपियों ने 20 लाख रुपए का सट्टा लिखा था।

जबलपुर। कंपकंपी छुड़ाने वाली सर्द हवा से बुधवार को भी शहर ठिठुरा। पहाड़ी राज्यों से आ रही सर्द हवा से पारा ने गोता लगाना जारी रखा। न्यूनतम तापमान में लगभग एक डिग्री की गिरावट आयी। पारा सामान्य से नीचे बना रहा। शीतलहर चलने से पूरे दिन लोगों को ठंड के साथ गलन का अहसास हुआ। भोर के समय घना कोहरा छाया। अंधेरा और सर्दी ज्यादा होने से सुबह सडक़ों पर सैर करने वाले नहीं निकले। दोपहर में धूप निकलने पर भी सर्द हवा की चुभन बनी रही। करीब छह से आठ किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से ठंडी हवा से सिहरन बनी रही। शाम होते ही सर्द हवा सितम ढाने लगी। कड़ाके की ठंड के बीच रात को सडक़ों पर सन्नाटा जल्दी छा गया। सर्दी से बचने के लिए कई जगह अलाव जले। कामकाज निपटाकर लोग जल्दी रजाई में दुबक गए।

सामान्य से पांच डिग्री नीचे तापमान
अधारताल स्थित मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार बुधवार को अधिकतम तापमान 20.6 डिग्री और न्यूनतम तापमान 9.7 डिग्री रिकॉर्ड हुआ। आद्र्रता सुबह के समय 90 और शाम को 47 प्रतिशत थी।

तीन दिन रहेगा असर
मौसम विज्ञान केन्द्र में वैज्ञानिक सहायक देवेन्द्र कुमार तिवारी के अनुसार मौसम साफ है। बुधवार को उत्तरी हवा औसतन तीन से चार किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से चली। उत्तरी हवा मौसम में ठंड बढ़ा रही है। इस कारण शीतल दिन बने हुए है। आने वाले दो से तीन दिन मौसम शुष्क बना रहने का अनुमान है। इस दौरान तापमान सामान्य से नीचे बना रह सकता है। 30 जनवरी तक ठंड का असर अभी बना रहने की सम्भावना है।

जबलपुर. जिले के शीतला माई इलाके में बुधवार व गुरुवार की दरम्यानी रात ट्रक और कार के बीच जोरदार भिड़ंत हो गई। टक्कर इतनी तेज थी कि कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। घटना में कार में सवार एक युवक की मौत हो गई, जबकि तीन युवक बुरी तरह घायल हो गए।

बताया जा रहा है कि कार में सवार सूरज कोरी, राहुल बेन, योगेश तिवारी, अनिकेत और कुणाल के साथ रांझी की ओर जा रहे थे। शीतला माई के पास सामने से आ रहे तेज रफ्तार ट्रक ने जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर से कार बुरी क्षतिग्रस्त हो गई। घटना के बाद ट्रक चालक मौके से भाग निकला।

घटना की जानकारी मिलते ही घमापुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल में इलाज के दौरान डॉक्टरों ने सूरज कोरी को मृत घोषित कर दिया। घायलों में एक की हालात गंभीर बनी हुई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर मौके से भागे ट्रक चालक की तलाश शुरू कर दी है।

जबलपुर. स्थानीय पुलिस को गुरुवार को बड़ी सफलता मिली, जब उसने फर्जी जमानतदारों के गिरोह का भंडाफोड़ किया। यह गिरोह लंबे समय से सक्रिय था। वो भी केवल जबलपुर नहीं बल्कि आठ जिलों में इसका रैकेट काम कर रहा था।

फर्जी जमानत कराने वाला गिरोह गिरफ्तार

सीएसपी गोहलपुर अखिलेश गौर के मुताबिक मुन्ना उर्फ शौकत गोहलपुर थाने का हिस्ट्रीशीटर है। सिविल लाइंस पुलिस ने इसे फर्जी जमानत मामले में 2015 में गिरफ्तार किया था। नरसिंहपुर कोतवाली में भी इसके खिलाफ 2017 में एक प्रकरण दर्ज है। वह फिलहाल इसी मामले में फरार चल रहा है। वहीं सलमा के खिलाफ 2018 में सिविल लाइंस और 2020 में ओमती में फर्जी जमानत कराने का प्रकरण कोर्ट के आदेश पर दर्ज है। दोनों ही प्रकरण में वह फरार चल रही है। सिविल लाइंस मामले में तीन तो ओमती के प्रकरण में उस पर चार हजार रुपए का इनाम घोषित है।

फर्जी जमानत कराने वाला गिरोह गिरफ्तार

पुलिस के अनुसार यह गैंग आठ जिलो में सक्रिय है। ये आरोपी एक से डेढ़ हजार रुपए में बही और आधार कार्ड तैयार करते थे। इसके बाद वे पांच से दस हजार रुपए लेकर जमानत कराते थे। यह गैंग पिछले 13 सालों से सक्रिय था। आरोपियों में पिता-पुत्र व समधन सहित कुल पांच लोगों को हनुमानताल पुलिस ने गिरफ्तार किया है। अभी एक लापता है। एक आरोपी को मारपीट के मामले में दो महीने पहले गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।

पुलिस के मुताबिक इस मामले में हनुमानताल पुलिस ने गाजीनगर निवासी शातिर बदमाश मुन्ना उर्फ शौकत अली, उसके बेटे सद्दाम, समधन सलमा और 50 प्रतिशत के पार्टनर पप्पू दाहिया सहित एक अन्य को गिरफ्तार किया है। इस मामले में एक आरोपी मुन्ना का बेटा बबुआ अभी लापता है। वहीं उसका brother-in-law अशफाक मारपीट के मामले में दो महीने से जेल में है।

एएसपी अमित कुमार का कहना है कि यह गैंग 13 साल से फर्जी बही तैयार कर जमानत करा रहा था। गिरोह के पास से तेंदूखेड़ा दमोह, कटनी, इटारसी, नरसिंहपुर, मंडला, जबलपुर, सतना, रीवा जिले के कुल आठ तहसील और तहसीलदारों के नाम की सील जब्त हुई है। वहीं बड़ी मात्रा में फर्जी बही भी बरामद की गई है। फर्जी बही तैयार करने का काम पप्पू दाहिया करता था। वहीं आधार कार्ड एक फोटो कापी दुकान का संचालक उपलब्ध कराता था। आरोपी किसी के भी नाम के खसरे का रिकार्ड निकलवा कर उसकी फर्जी बही बनाते थे। फोटो इसमें मुन्ना, सलमा और उसके बेटों सहित अन्य का लगाकर कोर्ट में जमानत कराते थे।

फर्जी जमानत कराने वाला गिरोह गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम

उन्होंने बताया है कि प्रारम्भिक जांच में पता चला है कि इस खेल में कोर्ट के कुछ वकील और बाबुओं की संलिप्तता भी है। वे ही जमानत कराने वाले आरोपियों का नाम इस गिरोह को उपलब्ध कराते थे। फिर गैंग फर्जी जमानतदार की व्यवस्था करता था। फर्जी बही लगाकर जमानत कराई जाती थी। आरोपी के अपराध के अनुसार ये गैंग जमानत कराने का पैसा लेती थी। पूछताछ में गिरोह ने पांच से 10 हजार रुपए एक जमानत कराने के एवज में लेने की बात स्वीकार की है। पुलिस मुख्य सरगना मुन्ना उर्फ शाैकत अली और उसकी समधन सलमा को रिमांड पर ले रही है।

इस मामले का खुलासा करने वालों में थाना प्रभारी हनुमानताल उमेश गोल्हानी, चैकी प्रभारी प्रेमसागर उप निरीक्षक प्रभाकर सिंह परिहार, सउनि आलोक सिंह, आरक्षक रामजी, चंद्रभान, समरेन्द्र, महेन्द्र, महिला आरक्षक प्रांशू आदि प्रमुख रहे।

जबलपुर. CTET-2021 की सारी तैयारी पूरी कर ली गई है। यह केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा 31 जनवरी को जिले के 22 परीक्षा केंद्रों पर होगी। सभी अभ्यर्थियों को कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना अनिवार्य होगा। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) की ओर से सीटीईटी की वैधता अब आजीवन कर दी गई है।

सीटीईटी के सिटी कॉर्डिनेटर डॉ. राजेश कुमार चंदेल के अनुसार शहर के 22 केंद्रों पर परीक्षा होगी। इसमें कोरोना प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जाएगा। पहली पाली सुबह 9.30 से 12 बजे तक और दूसरी पाली दोपहर 02 से 4.30 बजे तक होगी। अभ्यर्थियों को परीक्षा से दो घंटे पहले परीक्षा केंद्रों पर पहुंचना होगा। परीक्षार्थियों की चैकिंग शारीरिक दूरी का पालन करते हुए की जाएगी। उन्होंने बताया कि परीक्षा के लिए प्रवेश पत्र पहले ही जारी किए जा चुके हैं, जिन उम्मीदवारों ने अब तक प्रवेश पत्र डाउनलोड नहीं किया है वो सीटीईटी की वेबसाइट पर जाकर प्रवेश पत्र डाउनलोड कर सकते हैं।

पेपर-1 में 150 मार्क्स के 150 प्रश्न पूछे जाएंगे। इसमें चाइल्ड डेवलपमेंट एंड पेडागॉजी, लेंग्वेज 1, लेंग्वेज 2, मैथ्स, एनवायरमेंटल स्टडीज से जुड़े 30-30 प्रश्न पूछे जाएंगे। पेपर-2 में भी 150 मार्क्स के प्रश्न पूछे जाएंगे। इसमें चाइल्ड डेवलपमेंट एंड पेडागॉजी, लेंग्वेज 1, लेंग्वेज 2, मैथ्स व साइंस(मैथ्स व साइंस के टीचरों के लिए) या सोशल स्टडीज, सोशल साइंस से जुड़े प्रश्न पूछे जाएंगे।

बता दें कि इस परीक्षा के लिए 24 जनवरी से 9 मार्च 2020 तक पंजीयन कराया गया था। पहले यह परीक्षा जुलाई में आयोजित होनी थी, लेकिन कोरोना महामारी के कारण स्थगित कर दी गई। कोरोना के मुख्य दिशा निर्देशों को ध्यान में रखते हुए परीक्षा केंद्रों व्यवस्था की गई हैं। प्रतिभागियों को दो घंटे पहले परीक्षा केन्द्रों में पहुंचना होगा। मास्क, सैनिटाइजर के साथ ही पानी की बोतल साथ में लाना अनिवार्य है।

गाइड लाइन
- कोरोना के चलते एक कमरे में 12 परीक्षार्थी ही बैठ सकेंगे। यदि कमरा बड़ा है, तब इस स्थिति में 12 से अधिक परीक्षार्थी बैठ सकेंगे
- केंद्रों पर थर्मल स्क्रीनिंग के अलावा अनिवार्य रूप से वीडियोग्राफी कराई जाएगी
- केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से सभी अभ्यर्थियों के लिए कोविड घोषणापत्र लाना अनिवार्य
-अभ्यर्थियों को इस आशय का घोषणापत्र अपने साथ रखना होगा की उन्हें जुकाम, बुखार, सांस लेने में समस्या आदि नहीं है
-परीक्षा केंद्रों पर प्रवेश के समय पूछे जाने पर घोषणापत्र दिखाना होगा
- अभ्यर्थियों को केंद्र पर परीक्षा से दो घंटे पहले रिपोर्ट करना है। परीक्षा शुरू होने के बाद किसी भी स्थिति में प्रवेश नहीं मिलेगा
- उम्मीदवारों को अपने साथ सेनेटाइजर और पीने की पानी की बोतल, फेस मास्क, ग्लव्स लाना अनिवार्य है

जबलपुर . मप्र हाईकोर्ट ने एक अहम फैसले में कहा कि हर फ्यूल स्टेशन (पेट्रोल-डीजल और गैस पम्प) में पीयूसी (पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल) सेंटर अनिवार्य करने के आदेश का उद्देश्य राज्य में लाखों वाहनों से उत्सर्जित होने वाली प्रदूषक गैसों और प्रदूषण का स्तर कम करना है। चीफ जस्टिस मोहम्मद रफीक व जस्टिस विजय कुमार शुक्ला की डिवीजन बेंच ने कहा कि आदेश में कोई खामी नहीं है। इस मत के साथ कोर्ट ने इस सम्बंध में दायर जनहित याचिका सारहीन पाकर खारिज कर दी। छिंदवाड़ा जिले के अनिल देशमुख, जयेश धनजी भाई शाह, मनोज पात्रीकर सहित कुल 25 पेट्रोल-डीजल पम्प संचालकों की ओर से यह याचिका दायर की गई। अधिवक्ता जयदीप सिरपुरकर ने कोर्ट को बताया कि 29 अगस्त 2017 को केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों के लिए एक एडवाइजरी जारी की। इसके परिप्रेक्ष्य में राज्य के परिवहन आयुक्त (ग्वालियर) ने 15 अक्टूबर 2020 को प्रदेश के सभी क्षेत्रीय-जिला परिवहन अधिकारियों को आदेश जारी किए कि सभी फ्यूल स्टेशनों में पीयूसी सेंटर अनिवार्य रूप से स्थापित किए जाएं। छिंदवाड़ा कलेक्टर ने 5 नबम्बर 2020 को याचिकाकर्ताओं में से एक पेट्रोल पंप संचालक को उनके पम्प में पीयूसी सेंटर स्थापित करने के निर्देश दिए थे।

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